नई दिल्ली । जहां एक ओर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ''भारत जोड़ो यात्रा'' कर रहे हैं , वहीं उनका कुनबा धीरे धीऱे बिखरता जा रहा है । हाल के घटनाक्रम में गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत समेत कांग्रेस के 8 विधायकों ने भाजपा के कमल को थाम लिया है । भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं में नेता विपक्ष माइकल लोबो भी शामिल हैं । भाजपा में शामिल होने वाले पूरे घटनाक्रम पर जब कामत से सवाल किया गया तो वह बोले - मैं भगवान से पूछकर ही भाजपा में शामिल हुआ है । मुझे भगवा ने ही आगे बढ़ने के लिए कहा है ।
भगवान बोले - आगे बढ़ो फिक्र मत करो
न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से जारी एक वीडियो में कामत भाजपा में शामिल होने के पीछे के कारणों पर बात करते हुए सुनाई दिए । उन्होंने कहा, "मैं मंदिर गया और देवी-देवताओं से पूछा कि यह (भाजपा में शामिल होने का विचार) जो मेरे दिमाग में चल रहा है , मुझे इस पर आगे बढ़ना चाहिए ... तो भगवान ने कहा, आगे बढ़ो और फिक्र मत करो ।
विधानसभा में मात्र 3 विधायक शेष
विदित हो कि कांग्रेस को एक बार फिर से गोवा में करारा झटका लगा है । पार्टी के दिग्गज नेता और राज्य के पूर्व सीएम दिगंबर कामत 8 विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए हैं । ऐसी स्थिति में अब 40 सदस्यों वाली गोवा विधानसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या घटकर 3 ही रह गई है ।
मंदिर-मस्जिद में खाई थी वफादारी की कसम
इस बीच एक रोचक बात यह भी है कि गोवा विधानसभा चुनावों से पहले गोवा कांग्रेस के नेताओं ने मंदिरों, मस्जिद और चर्च में पार्टी के साथ वफादार रहने की कसम खाई थी । हालांकि महज 7 महीनों के भीतर ही 11 में से 8 कांग्रेस विधायकों ने भाजपा का कमल थाम लिया है । इस पर दिगंबर कामत ने कहा कि वह भगवान को मानते हैं और यह भी सच है कि उन्होंने कांग्रेस नहीं छोड़ने की शपथ चुनाव से पहले ली थी । साल 2019 में भी कांग्रेस के विधायकों ने दल बदल लिया था । इसी कारण गोवा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने विधायकों को कसम दिलाई थी ।
गोवा में विपक्ष लायक विधायक नहीं
बहरहाल , मौजूदा स्थिति में अब गोवा विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या घटकर 3 रह गई है । असल में गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद के लिए किसी पार्टी के पास कम से कम चार विधायक होने चाहिए । आम आदमी पार्टी के 2 विधायक हैं जबकि गोवा फॉरवर्ड पार्टी और रिवोल्यूशनरी गोवा पार्टी का एक-एक विधायक है । ऐसे में अब किसी भी राजनीतिक दल के पास विपक्ष के पद पर दावा करने लायक विधायक नहीं हैं । विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावड़कर ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस विधायक दल का भाजपा में विलय करने के कांग्रेसी विधायकों के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है ।
इन विधायकों ने भी कमल थामा
कांग्रेस का साथ छोड़ने वाले आठ विधायकों में दिगंबर कामत, माइकल लोबो, डेलिला लोबो, राजेश फलदेसाई, केदार नाइक, संकल्प अमोनकर, एलेक्सियो सिक्वेरा और रूडोल्फ फर्नांडिस शामिल हैं ।