कोलकाता । पश्चिम बंगाल के शिक्षा भर्ती घोटाले में अब प्रवर्तन निदेशालय ने कड़ी कार्रवाई को और तेज कर दी है । पिछले 26 घंटे से पूछताछ में शामिल ममता बनर्जी सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया गया है । वहीं मंत्री की करीबी रहीं अर्पिता मुखर्जी को भी हिरासत में ले लिया गया है । अर्पिता के घर से जांच टीम ने 20 करोड़ रुपये नकद बरामद किए थे । इस दौरान सरकारी लिफाफे में भी जांच दल ने नकदी बरामद की । दोनों पर ईडी की जांच में सहयोग नहीं करने के आरोप लगे हैं । वहीं अब इस मामले में ईडी की छापेमारी जारी है । ऐसी संभावना जताई जा रही है कि आज दोपहर तक ही कई अन्य लोगों की गिरफ्तार इस भर्ती घोटाले को लेकर हो सकती है । इस समय पार्थ चटर्जी का मेडिकल टेस्ट करवाया जा रहा है ।
22 जुलाई को हुई थी छापेमारी
बता दें कि शुक्रवार 22 जुलाई को ईडी ने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के मंत्रियों पर छापेमारी शुरू की थी । इसके बाद से यह छापेमारी की कार्रवाई लगातार जारी है । ममता सरकार के मंतरी पार्थ चटर्जी को इस दौरान हिरासत में लिया गया था , वहीं उनकी करीबी अर्पिता के घर से ईडी ने 20 करोड़ रुपये से ज्यादा बरामद किए थे । इसके बाद अब ईडी ने अर्पिता को भी हिरासत में लिया है ।
20 मोबाइल 50 लाख के गहने मिले
अभी तक की जांच में जो खुलासा हुआ है कि अर्पिता के घर से न केवल 20 करोड़ रुपये की नकदी मिली है , बल्कि उनके घर से 20 मोबाइल फोन और करीब 50 लाख रुपये का गोल्ड मिला है । इस सबके पीछे क्या मनी लॉड्रिंग का कोई रोल है या नहीं इसकी जांच के लिए अभी भी पड़ताल जारी है । असल में उनके घर से सरकारी लिफाफे में रखी नकदी मिली है , उस पर पश्चिम बंगाल सरकार की मुहर लगी है । इतना ही नहीं 20 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई है जो पैकेट बनाकर रखी गई थी । इसके साथ ही लाखों रुपये के खुले नोट भी बरामद हुए हैं , जिनकी कीमत भी एक करोड़ रुपये के करीब आंकी जा रही है ।
जांच में सहयोग नहीं कर रहे मंत्री
असल में ईडी ने आरोप लगाया है कि पार्थ चटर्जी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं । पिछले 26 घंटे से चली पूछताछ के बाद अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है । ईडी का कहना है कि उनसे कई सवाल पूछे, जिनका जवाब मंत्री नहीं दे पाए । इसके बाद अब इस बात की संभावना जताई जा रही है कि इस शिक्षा घोटाले में कई और लोगों और नेताओं पर शिकंजा कसा जाएगा ।
ममता के मंत्री परेश अधिकारी के घर भी छापेमारी
बता दें कि ईडी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक और मंत्री परेश अधिकारी के घर पर छापेमारी कर रही है । साथ ही उनके करीबियों से भी पूछताछ की जा रही है । इनके अलावा भर्ती घोटाले से जुड़े अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई जारी है । बहरहाल , इस बात के संकेत है कि पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद अब ईडी पूछताछ के लिए उनकी रिमांड मांग सकती है ।
जानें लें क्या है पूरा मामला
पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्रियों के खिलाफ हो रही ये पूरी कार्रवाई शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़ी है । ये भर्ती प्रक्रिया साल 2016 में शुरू हुई थी , जिसमें आरोप लगाया गया कि फर्जी तरीके से भर्ती कराने के लिए ओएमआर शीट में हेरफेर किया गया । इसमें लाखों रुपये घूस लेकर फेल उम्मीदवारों को पास कराया गया । आरोप है कि इस मामले में सीधे शिक्षा मंत्री शामिल थे. बताया जा रहा है कि इसमें कई लोग शामिल थे, जिनकी गिरफ्तारी जल्द हो सकती है ।