नई दिल्ली । कृषि कानूनों के विरोध में केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले किसानों ने गुरुवार को एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया है । किसानों ने आज से जंतर-मंतर पर भारी सुरक्षा के बीच अपने आंदोलन को दोबारा एक्टिव कर दिया है । इस बीच किसान सिंघु (दिल्ली-हरियाणा) बॉर्डर पर इकट्ठे हुए और यहां से बस में बैठकर जंतर-मंतर के लिए रवाना हो गए हैं । किसान यूनियनों का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने कहा कि संसद का मॉनसून सत्र यदि 13 अगस्त को समाप्त होगा तो जंतर-मंतर पर उनका विरोध प्रदर्शन भी अंत तक तक जारी रहेगा । प्रदर्शनकारी किसान जंतर मंतर के पास सड़कों पर उतर आए हैं । इस सबके चलते दिल्ली के कई हिस्सों में जाम लगा है ।
विदित हो कि केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने गुरुवार को जंतर-मंतर पर भारी सुरक्षा के बीच आंदोलन शुरू किया । दिल्ली पुलिस के अनुसार , 200 किसानों का एक समूह पुलिस की सुरक्षा के साथ बसों में सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) से जंतर-मंतर पहुंचा । ये लोग सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक वहां प्रदर्शन करेंगे ।
हालांकि 11 बजने के साथ ही प्रदर्शनकारियों की संख्या में इजाफा होना शुरू हो गया । इस सबको देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पहले से ही कई जगहों पर नाके लगाए हुए थे , जिसके चलते निजामुद्दीन पुलिस , सराय काले खां , समेत जंतर मंतर के आसपास की कई सड़कों पर जाम लग गया ।
असल में पुलिस सुरक्षा के बीच जंतर-मंतर पहुंचे आंदोलनकारियों ने मेन रोड पर उतरकर हंगामा शुरू कर दिया है ।
इससे इतर , किसानों द्वारा कृषि कानूनों के खिलाफ जंतर-मंतर पर चल रहे विरोध-प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम किसानों के मुद्दों को सदन में उठा रहे हैं । किसान हमारी रीढ़ की हड्डी है । किसानों के बिना हम जी नहीं सकते । उस आवाज को उठाना जरूरी है और हम उठाएंगे ।
इस बीच कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से अपील की है कि वे बातचीत के लिए आगे आएं । नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, 'हम 11वें दौर की वार्ता कर चुके हैं , अब किसानों को यह तय करना है कि वह क्या रास्ता निकालना चाहते हैं । प्रदर्शनकारियों से अपील वह बताएं कि क्या रास्ता निकाला जाए और बातचीत के लिए आगे आएं.' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देशभर के किसान कृषि कानूनों (New Agriculture Laws) के साथ हैं।