कानपुर । उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से माहौल बिगाड़ने की साजिश सामने आई है । इस बार कानपुर में हुई हिंसा में पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज करवाई हैं , जबकि एक FIR एक दुकानदार की तरफ से दर्ज करवाई गई है । इस हिंसा से जुड़़े मामले में पुलिस ने 40 लोगों की नामजद एफआईआर दर्ज करवाई गई है , जबकि कुल मिलाकर 1000 लोगों को आरोपी बनाया गया है । नामजद आरोपियों में पहला नाम हयात जफर हाशमी का है । वहीं इस मामले में राज्य सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है । वहीं इस हिंसा को लेकर सूफी खानकाह एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर हिंसा की जांच की मांग की है । चिट्ठी में लिखा गया है कि हिंसा का तरीका PFI के पैटर्न से मिलता है. इसलिए कानपुर हिंसा की उच्चस्तरीय जांच हो ।
हिंसा से पहले मौलानाओं की बैठक हुई थी
बता दें कि कानपुर में कल हुई हिंसा पर बड़ा खुलासा हुआ है. हिंसा से पहले कानपुर में मौलानाओं की बैठक हुई थी । इसमें हयात जाफर भी शामिल हुआ था, जिसका नाम पुलिस की FIR में भी दर्ज है ।
CM योगी के सख्त निर्देश
कानपुर हिंसा मामले में सीएम योगी ने सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं । उन्होंने शुक्रवार रात कानून व्यवस्था को लेकर जिलों के पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की । सीएम ने निर्देश दिए कि माहौल बिगाड़ने वालों से सख्ती से निपटें. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कानून व्यवस्था समीक्षा की । कानपुर में हुई घटना की पुलिस कमिश्नर से जानकारी लेते हुए दोषियों पर एफआईआर का आदेश दिया ।
आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगेगा
कानपुर में हुए इस बवाल के मामले में अब तक 36 लोगों की गिरफ्तारी हुई है । वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़े एक्शन की बात कही है । सीएम ने कहा कि मामले के दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा । सीएम योगी के आदेश के बाद पुलिस ने कहा कि आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाया जाएगा और उनकी संपत्ति ज़ब्त या ध्वस्त की जाएगी ।
एफआईआर में लिखा...
FIR कन्हैया लाल नाम के एक शख्स ने लिखाई है जिसमें कहा गया है कि ये भीड़ नारे लगाते हुए हम पर हमला कर रहे थे. ये कह रहे थे कि, "हिंदुओं को मार डालो ये सब काफिर हैं और बीजेपी-RSS के एजेंट हैं । वहीं पुलिस की एफआईआर में नामज़द 40 और अज्ञात क़रीब 450 लोगे पर मुक़दमा है जिसमें पेट्रोल बम और पत्थर से भीड़ के जानलेवा हमले की बात कही गई है । PFI के परवेज़ हयात का नाम भी आरोपियों में है ।
बसपा सुप्रीमो का बयान आया
इसी क्रम में सुबे की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो ने कानपुर हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है । उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, मा. राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री जी के यूपी दौरे के दौरान ही कानपुर में दंगा व हिंसा भड़कना अति-दुःखद, दुर्भाग्यपूर्ण व चिन्ताजनक तथा पुलिस खुफिया तंत्र की भी विफलता का द्योतक. सरकार को समझना होगा कि शान्ति व्यवस्था के अभाव में प्रदेश में निवेश व यहां का विकास कैसे संभव?