न्यूज डेस्क । मणिपुर में एक बार फिर से हिंसा भड़क गई है । अभी अभी मिली जानकारी के अनुसार , ईस्ट इम्फाल में दो गुटों के बीच सोमवार को एक बार फिर से जमकर भिड़ंत हुई है । उपद्रवियों ने घरों में तोड़फोड़ की । इसके साथ ही कैंप में सो रहे लोगों पर उपद्रवियों ने हमला कर दिया । स्थिति पर काबू पाने के लिए एक बार फिर से सेना को प्रभावित इलाके में बुला लिया गया है। ताजा घटनाक्रम को लेकर खबर है कि कई लोग इस हिंसा में घायल हुए हैं , जिन्हें निकट के अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है । वहीं इलाके में पिछले कुछ दिनों शांति रहने के बाद फिर से तनाव बढ़ गया है।
बाजार में जगह को लेकर हुई थी झड़प
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार , राज्य की राजधानी इम्फाल के न्यू चेकॉन इलाके में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच मारपीट हुई है । स्थानीय बाजार में जगह को लेकर झड़प शुरू हुई थी , जो अब हिंसा में बदल गई है । इलाके में आगजनी की खबरों के बीच फिर कर्फ्यू लगाया गया है । बीते एक महीने से ज्यादा वक्त से मणिपुर में विभिन्न मुद्दों को लेकर समुदायों की भिड़त हुईं है । इस महीने की शुरुआत में मणिपुर में झड़पें तब हुई थीं, जब आदिवासियों ने मेइती की अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग के विरोध में 3 मई को एकजुटता मार्च निकाला था। एक हफ्ते से ज्यादा वक्त तक चली इस हिंसा में 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. करोड़ों रुपये की संपत्ति को आग के हवाले कर दिया गया था और हजारों लोग सरकार के राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हो गए थे ।
26 मई तक इंटरनेट सेवाएं बंद
इस बीच मणिपुर सरकार ने आगजनी की घटनाओं की खबरों के बाद अफवाहों, वीडियो, फोटो और संदेशों को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाओं के निलंबन को पांच दिनों के लिए बढ़ा दिया, जो जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर में कानून और व्यवस्था की स्थिति को प्रभावित कर सकता है। मणिपुर के गृह आयुक्त एच ज्ञान प्रकाश ने 26 मई तक इंटरनेट सेवाओं के निलंबन को बढ़ाते हुए एक अधिसूचना में कहा कि मणिपुर के पुलिस महानिदेशक ने बताया कि अभी भी घरों और परिसरों में आगजनी जैसी घटनाओं की खबरें आ रही हैं। वहीं, मणिपुर में पिछले 19 दिनों से इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहने के कारण राज्य के लोग आनलाइन माध्यम से पैसे नहीं भेज पा रहे हैं और ना ही अन्य आवश्यक डिजिटल मंच का उपयोग कर पा रहे हैं।
जरूरी सामान को लेकर व्यवस्था
इसी क्रम में हिंसा प्रभावित मणिपुर में जरूरी सामान लाने वाले ट्रकों की विशेष सुरक्षा के बीच आने जाने दिया जा रहा है । सरकार और प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि पूर्वोत्तर राज्य में जरूरी सामान की कोई कमी न हो। रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार, मणिपुर पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के साथ सेना तथा असम राइफल्स राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-37) के जरिए आवश्यक सामान ले जाने वाले वाहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आपसी समन्वय के साथ काम कर रहे हैं। प्रवक्ता ने कहा कि ड्रोन और चीता हेलीकाप्टरों की मदद से हवाई निगरानी भी की जा रही है।