नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार को ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज-इंडिया के तहत लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स (Light House Project) की आधारशिला रखी । छह राज्यों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करने के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि यह जिंदगी में रौशनी लाने वाली आवास योजना है । उन्होंने कहा - ये 6 प्रोजेक्ट वाकई लाइट हाउस यानी प्रकाश स्तंभ की तरह हैं । यह योजना देश में हाउसिंग कंस्ट्रक्शन को नई दिशा दिखाएंगे. ये लाइट हाउस प्रोजेक्ट अब देश के काम करने के तौर-तरीकों का उत्तम उदाहरण है । ये प्रोजेक्ट आधुनिक तकनीक और इनोवेटिव प्रोसेस से बनेंगे । इसमें कंस्ट्रक्शन का समय कम होगा और गरीबों के लिए ज्यादा सस्ती और आरामदायक घर तैयार होंगे।'
हमें पीछे के विजन को समझना होगा
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत नए साल के शुभकामनाओं के साथ की । उन्होंने कहा, 'सभी देशवासियों को 2021 की बहुत बहुत शुभकामनाएं । अनेक अनेक मंगलकामनाएं । आज नई ऊर्जा के साथ, नए संकल्पों के साथ और नए संकल्पों को सिद्ध करने के लिए तेज गति से आगे बढ़ने का आज शुभारंभ है।' पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि हमें लाइट हाउस प्रोजेक्ट के पीछे एक बड़े सोच को देखना होगा । एक समय आवास योजनाएं केंद्र सरकारों की प्राथमिकता में उतनी नहीं थी, जितनी होनी चाहिए । सरकार घर निर्माण की बारिकियों और क्वालिटी में नहीं जाती थी ।
पहले सपनों का घर मिलना मुश्किल था
पीएम मोदी बोले - कुछ साल पहले तक घर खरीदने वालों की बुरी हालत हुआ करती थी । घर के सपने को साकार करना मुश्किल काम था । पैसा दे देने पर भी मकान नहीं मिलता था । मकान खरीदने वाला पैसा चुका देता था और घर मिलने का इंतजार करता रहता था।
इसमें प्लास्टर और पेंट की जरूरत नहीं
पीएम मोदी बोले - लखनऊ में, हम कनाडा से लाई प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहे हैं , जिसमें प्लास्टर और पेंट की जरूरत नहीं होगी और पूर्व निर्मित दीवारों का उपयोग किया जाएगा । अगरतला में, हम न्यूजीलैंड से स्टील फ्रेम प्रौद्योगिकी का उपयोग करके घरों का निर्माण कर रहे हैं । यह घरों को भूकंप के जोखिम से रोकने के लिए है । रांची में, हम जर्मनी से 3डी निर्माण प्रणाली का उपयोग कर रहे हैं । इस पैटर्न में, हर कमरे को अलग से बनाया जाएगा और फिर पूरे ढांचे को ब्लॉक की तरह जोड़ा जाएगा ।'
सबका सपना होता है अपना घर: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, 'देश में ही आधुनिक हाउसिंग तकनीक से जुड़ी रिसर्च और स्टार्टअप्स को प्रमोट करने के लिए आशा इंडिया प्रोग्राम चलाया जा रहा है । इसके माध्यम से भारत में ही 21वीं सदी के घरों के निर्माण की नई और सस्ती तकनीक विकसित की जाएगी। वह बोले - 'शहर में रहने वाले गरीब हों या मध्यम वर्ग, इन सबका सबसे बड़ा सपना होता है, अपना घर , वो घर जिसमें उनकी खुशियां, सुख-दुख, बच्चों की परवरिश जुड़ी होती हैं, लेकिन बीते वर्षों में लोगों का अपने घर को लेकर भरोसा टूटता जा रहा था।'
जानें लाइट हाउस प्रोजेक्ट के बारे में कुछ खास...
- बता दें कि लाइट हाउस प्रोजेक्ट (Light House project) के लिए त्रिपुरा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और तमिलनाडु को चुना गया है ।
- केंद्रीय शहरी मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना लाइट हाउस प्रोजेक्ट के तहत लोगों को स्थानीय जलवायु और इकोलॉजी का ध्यान रखते हुए टिकाऊ आवास प्रदान किए जाते हैं।
- इस. परियोजना के तहत, केंद्र सरकार छह शहरों- इंदौर, चेन्नई, रांची, अगरतला, लखनऊ और राजकोट में 1,000-1000 से अधिक मकानों का निर्माण करेगी ।
- पीएम मोदी ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के तहत देश के 6 शहरों में 365 दिनों में 1 हजार मकान बनेंगे । मतलब रोजाना ढाई से तीन मकान बनेंगे।
- उन्होंने इंजीनियर, विद्यार्थियों और प्रोफेसरों से अपील की कि वे इन साइटों पर जाएं और इन प्रोजेक्ट का अध्ययन करें।ॉ
- पीएम ने इन सभी प्रोजेक्ट के लिए विदेशी तकनीक का सहारा लिया गया है, आप इसका अध्ययन करें और ये देखें कि क्या ये भारत के लिए सही है या फिर इसमें कुछ सुधार की गुंजाइश है ।