नई दिल्ली । रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है । पूरी दुनिया के कई देश इस युद्ध को खत्म करने की कोशिश में जुटे हैं , लेकिन इस सबके बीच लगातार कुछ ऐसा हो रहा है कि दुनिया पर तीसरे विश्व युद्ध का खतरा बना हुआ है । इसी कड़ी में नाटो सदस्य देश पोलैंड में रूस की ओर से छोड़ी गई मिसाइल गिरी है , जिसके चलते दो लोगों की मौत हो गई है । इस घटना के बाद पोलैंड में अलर्ट घोषित हो गया है । हालांकि रूस ने अपने यहां से ऐसी किसी मिसाइल के दागे जाने से साफ मना कर दिया है , जबकि अमेरिका ने नाटो सदस्य देश पर मिसाइल हमले को लेकर रूस को खरी खरी सुनाई है । इतना ही नहीं जी20 देशों के शिखर सम्मेलन में पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जी 7 देशों की एक आपात बैठक बुलाकर इस मुद्दे पर बात की ।
आखिर क्या है घटनाक्रम
असल में रूसी सेना ने मंगलवार को यूक्रेन के कई शहरों को टारगेट करके मिसाइल दागीं । इसमें यूक्रेन की राजधानी कीव, खार्कीव, लीव और पोल्टेवा शहरों पर कई मिसाइलें दागी गईं । अंतरराष्ट्रीय मीडिया एजेंसियों के मुताबिक , इस हमले में रूस की कुछ मिसाइलें यूक्रेन बॉर्डर के पास पोलैंड में जा गिरीं, जिससे 2 लोगों की मौत हो गई । पोलैंड की मीडिया के मुताबिक ये मिसाइलें पोलिश गांव प्रोजेवोडो में गिरी हैं ।
पोलैंड ने बुलाई रक्षा परिषद की बैठक
इस हमले के बाद पोलैंड के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार देर रात रक्षा परिषद की एक आपात बैठक बुलाई । हालांकि रूस के रक्षा मंत्रालय ने इस घटना से इनकार किया है । रूस की सरकार का कहना है कि ये खबर पूरी तरह से गलत है । रूस ने कहा कि मामले को तूल देने के लिए ऐसी खबरों को फैलाया जा रहा है ।
जेलेंस्की बोले - नाटो देश एक्शन लें
पोलैंड पर हुए इस तरह के हमले को लेकर अब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने नाटो देशों से रूस पर एक्शन लेने की मांग की है। वह बोले - रूस का आतंक अब सिर्फ हमारे देश की सीमाओं तक सीमित नहीं रहा । उन्होंने कहा कि नाटो देश पर हमला एक गंभीर मामला है । उन्होंने नाटो से रूस के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की मांग की है । जेलेंस्की ने पोलैंड के राष्ट्रपति एंड्रेज डूडा से बात करके रूसी मिसाइलों से मारे गए पोलिश नागरिकों की मौत पर शोक जताया है ।
बाइडेन ने जी 7 की आपात बैठक बुलाई
इससे इतर , अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस घटना के बाद NATO के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ एक इमरजेंसी मीटिंग की । बाइडेन ने पोलैंड के राष्ट्रपति एंड्रेज डूडा के साथ फोन पर बात करके पूरी घटना की जानकारी ली । बाइडेन ने सहयोगी दलों के साथ बैठक के बाद कहा कि पौलैंड क्षेत्र में मिसाइल अटैक के बाद जो कुछ हुआ उसको लेकर वे इसकी जांच में मदद करेंगे कि आखिरकार हुआ क्या है । उन्होंने आगे कहा कि शुरुआत जानकारी के मुताबिक यह पता चलता है कि यह रूस की तरफ से मिसाइल नहीं दागी गई । बाइडेन ने कहा कि प्रेजवेडोव में कथित तौर पर रूसी रॉकेट के गिरने पर पौलैंड के मीडिया और अधिकारियों के बयान से जानबूझकर भड़काया जा रहा है ।