कोलकाता । पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच शुरू करने के साथ प्रवर्तन निदेशालय को भी इस बात की आशंका नहीं थी कि उसे इस मामले के आरोपी और टीएमसी सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की जांच करने पर करोड़ों रुपये की नकदी बरामद होगी । असल में ईडी की छापेमारी में पार्थ की करीबी रहीं अर्पिता बनर्जी की कुछ अन्य प्रॉपर्टी के बारे में सूचना मिली है , जिसके आधार पर ईडी ने गुरुवार शाम उनके चौथे फ्लैट पर छापेमारी को अंजाम दिया है । अब तक उनके तीन घरों में हुई रेड से 50 करोड़ से ज्यादा की नकदी और करोड़ों रुपये की ज्वैलरी और प्राॉपर्टी होने के आंकड़े सामने आएं हैं । इस बीच टीएमसी ने पार्थ चटर्जी को सभी पदों से हटा दिया है । इस फैसले के बाद टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि पार्थ चटर्जी भाजपा में जाकर संत हो जाएंगे , लेकिन हम किसी भी प्रकार के भ्रष्ट्राचार का समर्थन नहीं करेंगे ।
विदित हो कि पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के एक और फ्लेट के बारे में ईडी को पता चला है । यह फ्लैट कोलकाता एयरपोर्ट के पास चिनार पार्क में है. यहां रॉयल रेजिडेंट बिल्डिंग के चौथे फ्लोर पर नंबर 404 है । फ्लैट अर्पिता के ही नाम पर है । यहां तक की इस बिल्डिंग के अकाउंटेंट के मुताबिक , इस फ्लैट का करीब 11 हजार रुपये बतौर मैंटेनेंस चार्ज अर्पिता पर बकाया है ।
इस सूचना मिलने के बाद ईडी ने इस फ्लैट पर छापा मारा है , अभी यह खबर सामने नहीं आई है कि क्या इस फ्लैट से भी ईडी को नकदी मिली है या नहीं । पुलिस टीम ने पूरे इलाके को घेर लिया है । घर में जांच जारी है ।
उधर , मंत्री पद से हटाए जाने के बाद पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) को टीएमसी (TMC) से भी निलंबित (Suspended) किया गया है । टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) ने कहा कि पार्थ चटर्जी को महासचिव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और तीन अन्य पदों से हटा दिया गया है । जांच जारी रहने तक उन्हें निलंबित कर दिया गया है । वह अगर दोषी साबित नहीं हुए तो वापस पार्टी में लौट सकते हैं । पार्थ का किसी भी एफआईआर में नाम नहीं आया है, लेकिन उन्हें सब पदों से हटा दिया है । अगर कोई कुछ गलत करता है तो टीएमसी उसे नहीं बख्शेगी । भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस होगा. जांच एजेंसी को समय सीमा के भीतर जांच पूरी करनी होगी । शारदा मामले में भी कुछ नहीं हुआ, यह सिर्फ लटका हुआ है । समयबद्ध जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वह (अर्पणा मुखर्जी) जिसके घर से रकम बरामद हुई वह टीएमसी से नहीं है । हम चाहते हैं कि इस मामले से जुड़े लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए । टीएमसी एकमात्र पार्टी है जिसने इस मामले में 7 दिनों के भीतर हस्तक्षेप किया है । मैं इस बात से सहमत हूं कि बड़ी रकम वसूल की गई, लेकिन आए दिन बैंक फ्रॉड हो रहे हैं । भाजपा ने क्या कार्रवाई की? नीरव मोदी भाग गए । क्या भाजपा ने निर्मला सीतारमण को बर्खास्त किया? अधीर चौधरी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने क्या कार्रवाई की है? टीएमसी अपनी बात पर चलने वाली पार्टी है ।
इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं यह बात काल्पनिक रूप से कह रहा हूं कि अगर पार्थ चटर्जी दो महीने बाद भाजपा में चले गए तो वे संत बन जाएंगे । चूंकि वह टीएमसी में हैं, इसलिए ये सब हो रहा है ।