नई दिल्ली । टोक्यो ओलंपिक 2020 की जैवलिन थ्रो प्रतिस्पर्था में नीरज चौपड़ा ने जहां स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था , वहीं कारनामा एक बार फिर से भारतीय जैवलिन थ्रोअर सुमित ने पैरालंपिक में कर दिखाया है । पैरालंपिक की जैवलिन थ्रो स्पर्धा में भारतीय थ्रोअर सुमित अंतिल ने रिकॉर्ड थ्रो फेंकते हुए गोल्ड पदक जीता है । पुरुषों के 64 क्रिग्रा भारवर्ग में सुमित ने स्वर्ण पदक दिलवाया है । सुमित ने 68.55 मीटर दूर भाला फेंका , जो अब विश्व रिकॉर्ड बन गया है । सुमित से पहले इस पैरालंपिक में अवनि ने शूटिंग में गोल्ड जीता है । इस पदक के साथ भारत के पास अब 7 पदक हो गए हैं।
विदित हो कि सुमित ने इस मुकाबले में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है । उन्होंने पहले प्रयास में 66.95 मीटर का थ्रो किया, जो वर्ल्ड रिकॉर्ड बना । इसके बाद दूसरे प्रयास में उन्होंने 68.08 मीटर का भाला फेंककर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा । बाद में उन्होंने अपने पांचवे प्रयास में 68.55 मीटर का थ्रो करके विश्व रिकॉर्ड बनाया । सुमित के स्वर्ण पदक जीतने पर भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें बधाई दी है । साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुभकामनाएं दी हैं।
हालांकि भारत के लिए एक खबर बुरी भी आई । असल में भारत के चक्का फेंक (डिस्कस थ्रो) एथलीट विनोद कुमार ने सोमवार को टूर्नामेंट के पैनल द्वारा विकार के क्लालिफिकेशन निरीक्षण में ‘अयोग्य’ पाए जाने के बाद उनका कांस्य पदक वापस ले लिया गया है । विनोद के पैरालंपिक में आने की क्लासिफिकेशन पर विरोध जताया गया था , जिसके बाद उनके पदक को रोक दिया गया था ।