अजमेर । दरगाह शरीफ के फरार खादिम गौहर चिश्ती को आखिरकार राजस्थान पुलिस ने हैदराबाद से दबोच लिया है । आपत्तिजनक बयान देकर फरार हुआ खादिम गौहर पुलिस को चकमा देकर पिछले कुछ दिनों से लगातार बचता फिर रहा था , लेकिन उसे दबोचने के लिए इस बार पुलिस ने ऐसी रणनीति बनाई की , शातिर आज पुलिस की गिरफ्त में है । खबर है कि भड़काऊ भाषण देकर फरार हुए इस खादिम गौहर को दबोचने के लिए राजस्थान पुलिस के पांच कर्मियों ने ना केवल भेष बदला , बल्कि मस्जिद में जाकर नमाज भी पढ़ी और सारे दस्तूर भी निभाए । हालांकि गिरफ्त में आने के बाद उसने भागने की भी कोशिश की , लेकिन अपने प्रयास में असफल रहा । बहरहाल , पुलिस ने उसे हैदराबाद में पनाह देने वाले युवक अहसान उर्फ़ मुन्नवर के साथ गिरफ्तार किया है ।
राजस्थान पुलिस की टीम गई थी हैदराबाद
बता दें कि अजमेर दरगाह का खादिम गौहर चिश्ती पिछले दिनों अपने आपत्तिजनक और भड़काऊ भाषणों के बाद सुर्खियों में आया । उसके भाषण के बाद ही उदयपुर में कन्हैया लाल का गला रेत दिया गया । पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया तो वह फरार हो गया । इसके बाद उसे गिरफ्तार करने के लिए एक टीम बनाई गई थी ।
जयपुर से फ्लाइट लेकर गया था...
अपने भड़काऊ भाषण के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने की खबर मिलते ही गौहर 30 जून को जयपुर से फ्लाइट लेकर हैदराबाद चला गया था। अजमेर पुलिस की टीम को उसके हैदराबाद चले जाने की सूचना मिली । इनपुट था कि वह हैदराबाद के बेगम बाजार इलाके में छिपा हुआ है ।
सूचना लीक होने का था डर
अजमेर पुलिस को शक था कि बेगम बाज़ार पुलिस का सहयोग लेने से सूचना लीक हो सकती है, इसलिए उस थाने की बजाय दूसरे थाने की पुलिस से मदद ली । असल में सूचना मिली थी कि गौहर एक स्थानीय व्यापारी अहसान उर्फ मुन्नवर के साथ है , जो गौंस महल इलाके में चूड़ियों का काम करता है ।
पुलिस वालों ने बदला भेष
गौहर को दबोचने और उनके इलाके में घुसने से पहले अजमेर पुलिस के पांचों पुलिसकर्मियों ने पूरी तरह मुस्लिम वेश अपनाया । कई बार पुलिस की टीम में तोप खाना मस्जिद में नमाज़ के वक्त तमाम दस्तूर भी निभाए ।
पुलिस को देख भागने की कोशिश
पुलिस ने जैसे ही गौहर को दबोचने का जाल कसा , गौहर और मुन्नवर ने भागने की कोशिश की । असल में , राजस्थान की पुलिस शाहिनायतगंज पुलिस के साथ गौहर चिश्ती को पकड़ने गई थी, उस समय उसने मकान की पहली मंजिल की खिड़की से कूदने की कोशिश की थी , लेकिन पुलिस टीम ने छत पर ही पकड़ लिया । हालांकि दोनों ने पुलिस टीम पर हमला भी किया. लेकिन ये भाग नही सके ।
अजमेर दरगाह में ही मिला था गौहर से मुन्नवर
अजमेर पुलिस के अनुसार , गौहर चिश्ती का मददगार बना मुन्नवर हैदराबाद में रानी बैंगलस नाम से चूड़ियों का कारोबार करता है । दोनों एक दूसरे को करीब बीस साल से जानते हैं । अहसानुलाह के अजमेर दरगाह जाने के दौरान दोनों की मुलाकात हुई थी । इसके बाद कई बार गौहर भी हैदराबाद गया था ।
बैंक खातों को भी खंगाल रही पुलिस
ये जानकारी भी मिली है कि गौहर के बैंक खाते से 17 जून और उसके आसपास करीब बीस लाख रुपये ट्रांसफर किए गए हैं । अब पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है कि यह रकम किसके खाते में गई और किस काम के लिए गई है ।
असल में यह रहा है पूरा मामला
बता दें कि पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी करने के बाद जहां भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया , वहीं देशभर में उनके बयान की निंदा हुई । ऐसे में अजमेर शरीफ दरगाह के खादिम सैयद सरवर चिश्ती ने नूपुर शर्मा की टिप्पणी का विरोध करते हुए खतरनाक आंदोलन की चेतावनी दी थी । वहीं अजमेर दरगाह के एक अन्य मौलवी सलमान चिश्ती ने कथित तौर पर नूपुर शर्मा का सिर कलम करने पर इनाम की घोषणा की थी । बाद में चिश्ती को पुलिस ने भड़काऊ बयान देने पर गिरफ्तार कर लिया था ।