न्यूज डेस्क । अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को दुनिया के सामने आकर ऐलान कर दिया कि उन्होंने एक ड्रोन स्ट्राइक में काबुल में छिपे आतंकी और अलकायदा प्रमुख अल जवाहिरी को ढेर कर दिया है । इस संबंध में जानकारी दी गई कि रविवार सुबह अल जवाहिरी एक सुरक्षित घर की बालकनी (Balcony) में थे , समय सुबह 6 बजकर 18 मिनट का था , जैसे ही अमेरिकी खुफिया एजेंसी के अफसरों को वह बालकनी में दिखा उन्होंने ड्रोन (Drone) से दो हेलफायर मिसाइलें (Missiles) उसपर दागीं, जिसमें उसके परखच्चे उड़ गए । अल-जवाहिरी पर 25 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित था । अमेरिका ने अपने तीसरे प्रयास में अल जवाहिरी को ढेर करने में सफलता पाई है । अल-जवाहिरी अमेरिका में हुए 9/11 आतंकी हमले का मुख्य साजिशकर्ता था । इतना ही नहीं वह कई अन्य आतंकी वारदातों को अंजाम देने का भी आरोप था ।
छह महीने पहले ऑपरेशन शुरू किया
ऑपरेशन अलजवाहिरी को लेकर अमेरिकी अधिकारियों के अब जो बयान सामने आ रहे हैं उसके मुताबिक , अमेरिका ने 6 महीने पहले अल-जवाहिरी को ढेर करने के मिशन की शुरुआत कर दी थी । दो माह पहले ही जवाहिरी को तलाश को और तेज कर दिया गया था । इसी क्रम में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए काबुल में डेरा जमाए हुए थे । इसके साथ ही अलकायदा सरगना अल-जवाहिरी की हर हरकत पर पैनी नजर रखी हुई थी ।
आखिरकार डेथ वारंट पर लगी मुहर
लंबे समय से जवाहिरी की हरकत पर नजर रखने के बाद पिछले हफ्ते ही व्हाइट हाउस और पेंटागन से उसके खिलाफ डेथ वारंट पर मुहर लगाई गई थी । जिसके बाद अब उस समय का इंतजार किया जा रहा था , जब जवाहिरी अकेले अपनी घर की बालकनी में नजर आए । यह मौका मिला रविवार सुबह 6 बजकर 18 मिनट पर , जब जवाहिरी अकेले काबुल के शेरपुर स्थित घर की बालकनी में आया । उसे देखते हुए सीआईए के अफसरों ने ड्रोन स्ट्राइक का आदेश दे दिया । इस पर दो हेलफायर मिसाइलों का इस्तेमाल करके अल कायदा प्रमुख को मार गिराया गया ।
परिवार के साथ रह रहा था
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अल कायदा का चीफ अल जवाहिरी अपने परिवार के साथ काबुल के शेरपुर इलाके में स्थित एक मकान में रहता था । ये इलाका घनी आबादी वाला है, जिस घर में जवाहिरी को मार गिराया गया वो कई मंजिला है । जवाहिरी 31 जुलाई को काबुल के शेरपुर स्थित घर में अपने परिवार से मिलने के लिए पहुंचा हुआ था ।