मुंबई । अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की उस चुनौती को स्वीकार कर लिया है , जिसमें सीएम ने हनुमान चालीसा विवाद मामले में कश्मीर जाकर हनुमान चालीसा पढ़ने की चुनौती दी थी । नवनीत राणा ने चुनौती को स्वाकर करते हुए कहा - कश्मीर भारत का अंग है और अगर सीएम उद्धव ये समझते हैं कि वहां हनुमान चालीसा का पाठ करना मुश्किल है तो मैं जरूर जाऊंगी और पाठ करूंगी ।
विदित हो कि पिछले दिनों महाराष्ट्र में हुए हनुमान चालीसा विवाद बहुत सुर्खियों में रहा । मुंबई पुलिस ने सीएम ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान करने पर नवनीत राणा और उसके पति रवि राणा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था । बामुश्किल कई दिनों बाद दोनों को जमानत मिल पाई थी ।
इस सबके बाद बुधवार को ओरंगाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम उद्धव ठाकरे ने फिर से इस मुद्दे पर बयान दिया । इस दौरान ठाकरे ने नवनीत राणा को कश्मीर जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने की चुनौती दे डाली । एक न्यूज चैनल पर बात करते हुए नवनीत राणा ने कहा सीएम होने के नाते उद्धव ठाकरे को औरंगाबाद की जनता की परेशानियों पर बात करनी चाहिए थी , लेकिन वो वहां मुझे कश्मीर जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने की चुनौती दे रहे थे । उन्होंने कहा कि, इस सभा में उन्होंने औरंगाबाद की समस्याओं को लेकर बात नहीं की ।
नवनीत ने आगे कहा कि, उद्धव कहते हैं कि मंदिर में जाना जरूरी नहीं है... हनुमान चालीसा पढ़ना जरूरी नहीं है... तो आप कैसे कहते हैं कि आप "हिंदुत्व" को दर्शाते हैं । नवनीत ने कहा कि औरंगाबाद की जनता पानी के लिए परेशान है सीएम ने इसको लेकर कल सभा में कोई जिक्र नहीं किया ।
वह बोलीं - देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अमित शाह देश की जनता के साथ हैं । देश की सुरक्षा और लोगों की सुरक्षा के लिए ये सरकार हर कदम उठाएगी और देश की जनता को इस बात का भरोसा है और उनके साथ खड़ी रहेगी ।