नई दिल्ली । लखनऊ के काकोरी इलाकों में यूपी पुलिस और एटीएस के एक संयुक्त अभियान के तहत गिरफ्तार किए गए अलकायदा के दोनों आतंकियों के बारे में एक बड़ा इनपुट हाथ लगा है । सामने आया है कि दोनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राफ के जरिए पाकिस्तान और अफगानिस्तान बॉर्डर पर बैठे अपने हैंडलरों से बातचीत करते थे । ये आतंकी सामान्य कॉल या एसएमएस के बजाए इंटरनेट कॉलिंग का इस्तेमाल करते थे , जिसे ट्रेस करना काफी टेढ़ा काम होता है । बहरहाल , इनके हैंडलर का भी नाम अब सामने आ गया है ।
सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए दोनों संदिग्ध अल कायदा (Al Qaeda) के आतंकी हैं । ये दोनों स्लीपर सेल है , जिन्हें उमर अल-मंदी नाम का कंट्रोलर हैंडल कर रहा था । वह इन दिनों पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर के पास छिपा हुआ है ।
बता दें कि UP-ATS ने लखनऊ के काकोरी इलाके से शाहिद नाम के आतंकियों को गिरफ्तार किया है। उसके साथ ही सिराज नाम के दूसरे आतंकी को भी दबोचा है , दोनों अलग बगल के घरों में रहते थे । एटीएस ने सबसे पहले शाहिद के घर पर रेड की थी। वह करीब 8 साल पहले दुबई से वापस आया था और इन दिनों गैराज का काम कर रहा था । उसके पास से विस्फोटक, दो प्रेशर कुकर और काफी संदिग्ध सामान मिला है ।
अफसरों के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आतंकियों की साजिश सीरियल ब्लास्ट करवाने की थी । एटीएस की टीम दोनों संदिग्धों के नेटवर्क को खंगालने में जुटी है । एटीएस की टीम एक हफ्ते से आतंकियों को ट्रेस कर रही थी ।