नई दिल्ली । बांग्लादेश में दुर्गा पूजा समारोहों के दौरान पंडालों पर हुए हमलों के बीच अब वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना का बयान सामने आया है । शेख हसीना ने गुरुवार को महानवमी दुर्गा पूजा में एक कार्यक्रम में वर्चुअली सम्मिलित होते हुए हिंदू समुदाय से कहा, 'आपको इस देश का नागरिक माना जाता है। आप समान अधिकारों के साथ रहते हैं। आपको समान अधिकार हासिल रहेंगे। आप समान अधिकार के साथ अपने धर्म का पालन करेंगे और त्योहार मनाएंगे। हम यही चाहते हैं। यही हमारे बांग्लादेश की वास्तविक नीति और हमारा आदर्श है। मैं आपसे फिर आग्रह करती हूं कि आप कभी भी खुद को अल्पसंख्यक न समझें।'
हिंसा में शामिल लोगों पर होगी कार्रवाई
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने वादा किया कि कमीला और अन्य स्थानों पर मंदिरों और दुर्गा पूजा पंडालों में हिंसा और तोड़फोड़ में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, भले ही वे किसी भी धर्म के हों। बताते चलें कि बांग्लादेश की करीब 17 करोड़ की आबादी में 10 प्रतिशत हिंदू हैं।
चार लोगों की हुई थी मौत
बता दें कि बीते दिनों बांग्लेदेश में दुर्गा पूजा के दौरान स्लिम कट्टरपंथियों ने कुछ मंदिरों और दुर्गा पूजा पंडालों पर हमले करके उनमें तोड़फोड़ की है। इसके बाद वहां हिंसा भड़क गई जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। शेख हसीना सरकार ने तेजी से कार्रवाई करते हुए 22 जिलों में अर्ध सैनिक बल तैनात कर दिए हैं।
शेख हसीना बोली
इस हिंसा के बाद एक कार्यक्रम में बांगलादेश की पीएम शेख हसीना हिंदुओं से बोलीं- आपको इस देश के नागरिक के रूप में माना जाता है। आप समान अधिकारों में रहते हैं। आप समान अधिकारों का आनंद लेंगे। आप अपने धर्म का पालन करेंगे और समान अधिकारों के साथ त्योहार मनाएंगे। हम यही चाहते हैं। यह हमारे बांग्लादेश और हमारे आदर्श की वास्तविक नीति है। मैं आपसे फिर कभी भी खुद को अल्पसंख्यक नहीं समझने का आग्रह करती हूं। यहां अल्पसंख्यक-बहुमत को संख्या के आधार पर नहीं आंका जाना चाहिए। आप स्वतंत्र बंगाल में एक स्वतंत्र नागरिक हैं। आपको वह आत्मविश्वास होना चाहिए, यही मैं चाहता हूं .. आप अपने आप को एक छोटा समुदाय क्यों समझते हैं? हमें बहुत सारी जानकारी मिल रही है और निश्चित रूप से हम पता लगाएंगे कि सांप्रदायिक सद्भाव को नष्ट करने के लिए उकसाने के पीछे कौन है .. उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी चाहे वे किसी भी धर्म के हों। मैं सभी को याद दिलाना चाहता हूं; बांग्लादेश सांप्रदायिक सद्भाव की भूमि है। यहां सभी धर्मों के लोग एक साथ रहेंगे और अपने धर्म का पालन करेंगे।