नई दिल्ली । केंद्र की मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का लक्ष्य लेकर और विपक्ष को एकजुट करने की कवायद के साथ पिछले दिनों टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी द्वारा देखी गईं । हालांकि बंगाल चुनावों के बाद वह थोड़ा शांत पड़ गईं लेकिन अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मिशन को धार देते नजर आ रहे हैं । इसी क्रम में वह तीन दिवसीय दिल्ली दौरे पर आए हैं , जहां उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी , समेत लेफ्ट के नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात की । इतना ही नहीं अपने दिल्ली प्रवास के दौरान वह कई बड़े नेताओं से मुलाकात करेंगे । दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात के बाद वह बोले , आज लोकतंत्र को बचाना हमारी प्राथमिकता है । अगर विपक्ष एकजुट हो जाए तो बड़ी ताकत होगी ।
पीएम पद की कोई इच्छा नहीं
विदित हो कि बिहार में एनडीए गठबंधन से अलग होकर और राजद - कांग्रेस समेत अन्य दलों के साथ दोबारा से सत्ता पर काबिज हुए नीतीश कुमार ने भले ही यह कहते हुए प्रधानमंत्री की रेस से खुद को अलग कर लिया है कि ''मुझे पीएम पद की कोई इच्छा नहीं है'' लेकिन जिस तरह से वह विपक्ष के हर नेता से मिल रहे हैं , उससे कहीं न कहीं वह अप्रत्यक्ष तौर पर खुद को विपक्ष के पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करवाना चाहते हैं ।
आज मिलेंगे इन दिग्गजों से
बता दें कि अपने तीन दिवसीय दिल्ली दौर पर नीतीश कुमार ने जहां राहुल गांधी समेत सीताराम येचुरी से मुलाकात की है । वहीं आज वह शरद पवार , अरविंद केजरीवाल , एचडी कुमारस्वामी , डी राजा , अखिलेश यादव से मुलाकात करेंगे । नीतीश कुमार अपनी रणनीति के तहत उत्तर और दक्षिण सभी तरफ के नेताओं को मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट करने में जुटते नजर आ रहे हैं ।
क्षेत्रिय पार्टियों को कमजोर करने का साजिश
नीतीश कुमार ने कहा, ''चार पार्टी के नेताओं से मिलना ही है, सब से मिलेंगे । कोशिश ये है कि हम सब लोग साथ रहें विपक्ष के, सब लोग साथ हो जाएंगे तो अच्छा माहौल होगा ।' उन्होंने कहा, ''कोई काम हो रहा है आप बताएं, विकास का कोई काम हो रहा है? रीजनल पार्टी को तो कमजोर करने का काम हो रहा है । हमारी कोई इच्छा नहीं है, हमारी इच्छा है अधिक से अधिक विपक्ष एक साथ हो जाए तो अच्छा होगा, हम उसका प्रयास करेंगे । '
पहले ममता कर चुकी हैं ऐसे प्रयास
हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम छेड़ी गई हो , इससे पहले टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने भी ऐसे ही प्रयास किए थे । उस दौरान उन्होंने भी विपक्षी एकता की कमान अपने हाथों में लेनी की शुरुआत की थी । इसके मद्देनजर उन्होंने बंगाल में विपक्ष के सभी नेताओं को बुलाकर एक मंच पर मोदी सरकार के खिलाफ हुंकार भरी थी । इसमें ममता बनर्जी से लेकर सोनिया गांधी तक सभी मौजूद थे ।
राष्ट्रपति - उपराष्ट्रपति से मिलेंगे नीतीश
बता दें कि 5 सितंबर को एयरपोर्ट से निकलते ही नीतीश कुमार राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मिलने उनके आवास पहुंचे । इस दौरान उन्होंने मीडिया से कहा कि वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) से भी मुलाकात करेंगे ।