नई दिल्ली । कृषि बिल को लेकर किसानों का विरोध प्रदर्शन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है । हालांकि अब इस बिल के समर्थन में भी कई किसान उतर आए हैं , लेकिन बावजूद इसके दिल्ली -एनसीआर के बॉर्डर पर किसानों ने डेरा डाला हुआ है और बॉर्ड बंद होने से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । इससे इतर , भाजपा के लिए उनका एक विज्ञापन ही अब परेशानी का सबब बन गया है । असल में पिछले दिनों कृषि बिल को लेकर खुशी जताता हुआ एक विज्ञापन हाल में भाजपा ने जारी किया था , जिसमें एक खुश किसान की फोटो लगाते हुए बताया गया था कि पंजाब में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से किसान खुश हैं । अब भाजपा का वहीं पोस्टर वाला किसान इस बिल के विरोध में सिंधु बॉर्डर पर धरने पर बैठ गया है । इस किसान का कहना है कि भाजपा ने उसकी 6-7 साल पुरानी तस्वीर का इस्तेमाल किया है । इस किसान के इन आरोपों के बाद पंजाब भाजपा के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा का कहना है कि मुझे इस बात की जानकारी नहीं है , मैं पता करता हूं कि क्या माजरा है ।
बता दें कि पंजाब भाजपा के इस पोस्टर किसान का नाम है हरप्रीत सिंह । पोस्टर में उसे कृषि बिल के चलते एक खुशहाल किसान बताया गया। लेकिन अब यह हरप्रीत सिंह सिंधु बॉर्डर पर मोदी सरकार के खिलाफ धरना दे रहा है । हरप्रीत सिंह को लेकर पंजाब भाजपा द्वारा बनाए गए इस पोस्टर पर अब सोशल मीडिया में भी जमकर बयानबाजी हो रही है । हालांकि हंगामा खड़ा होने के साथ ही पंजाब भाजपा ने पोस्टर को अपने फेसबुक पेज से हटा दिया है ।
पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले हरप्रीत सिंह का कहना है कि भाजपा ने इस पोस्टर में उसकी 6-7 साल पुरानी तस्वीर का इस्तेमाल किया है । उसका कहना है पोस्टर में उसकी तस्वीर का इस्तेमाल करने की इजाजत उससे नहीं ली गई है । पोस्टर में भले ही मुझे खुशहार किसान बाताया गया हो लेकिन मैं मोदी सरकार के इस बिल के विरोध में दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन में डटा हुआ हूं । मैं मोदी सरकार की नीतियों का विरोध कर रहा हूं ।
हरप्रीत का कहना है कि इस नए कृषि बिल से कोई भी किसान संतुष्ट नहीं है । मोदी सरकार के रुख से अब किसानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है । भले ही सरकार इसे किसानों के फायदे का सौदा बता रही हो , लेकिन हम जानते हैं कि यह घाटे का सौदा है ।