चंडीगढ़ । केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ से एक बड़े सियासी हाइवोल्टेज ड्रामे की खबर आई है । असल में पिछले दिनों निगम चुनावों में दमदार प्रदर्शन करने वाली आम आदमी पार्टी को साइड करते हुए भाजपा ने यहां बड़ा उलटफेर करते हुए अपनी नेता सरबजीत कौर को चंडीगढ़ का मेयर बना दिया है । इस बड़े उलटफेर के बाद इस समय सदन में जमकर हंगामा हो रहा है । आम आदमी पार्टी के पार्षद सदन में ही धरने पर बैठ गए हैं । आप का हंगामा इस कदर जारी है कि उन्होंने मेयर की बगल में एक सीट लगाकर अपने पार्षद को बैठा दिया है । सदन के भीतर पार्षदों के बीच धक्का मुक्की जारी है , जिसके मद्देनजर मार्शलों को भीतर बुला लिया गया है ।
विदित हो कि पिछले दिनों चंडीगढ़ नगर निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी ने दमदार प्रदर्शन करते हुए 14 सीटें जीतीं और सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई थी । वहीं भाजपा ने 12 सीटें जीती थीं। पार्टी ने अपने एक नेता को मेयर पद के लिए तय भी कर लिया था , लेकिन आज निगम के भाजपा ने आप का सारा खेल ही पलट दिया ।
असल में भाजपा के 12 पार्षद थे । वहीं कांग्रेस से निकाले गए नेता देवेंद्र सिंह बबला अपनी नव निर्वाचित पार्षद पत्नी हरप्रीत कौर बबला के साथ भाजपा में शामिल हो गए । इससे भाजपा के पास 13 पार्षद हो गए । इतना ही नहीं सांसद किरण खेर के पास भी एक वोट डालने का अधिकार है , जिसके चलते अब भाजपा के पास भी 14 पार्षद हो गए ।
इसके बाद आज सदन में भाजपा की सरबजीत कौर को चंडीगढ़ का मेयर बना दिया गया । आप ने इस पूरे मामले में धांधली के आरोप लगाए हैं । मेयर के चुनाव में भाजपा को जीत मिलने के बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया है । खबर लिखे जाने तक मार्शल को सदन के भीतर बुला लिया गया , क्योंकि पार्षदों के बीच धक्का मुक्की की घटनाएं होने लगी थी । इसी बीच आम आदमी पार्टी ने मेयर की कुर्सी के साथ ही एक अन्य कुर्सी लगाते हुए अपने पार्षद को उस पर बैठा दिया । जबकि अन्य पार्षद सदन में ही धरने पर बैठ गए है ।