लखनऊ । विवादित ढांचा गिराए जाने के मामले में अब से थोड़ी देर बाद सीबीआई की विशेष अदालत अपना फैसला सुनाने वाली है । इस मामले में देश के 32 नेताओं पर मुकदमा दर्ज करवाया गया था , जिसमें देश के कई दिग्गज नेता मसलन पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, बीजेपी के सीनियर नेता विनय कटियार भी शामिल हैं । अदालत बताएगी कि विवादित ढांचा को किसी साजिश के तहत ढहाया गया या यह सिर्फ कारसेवकों की गुस्से में की गई कार्रवाई थी । खास बात यह है कि इस मामले में 17 आरोपियों की मौत भी हो चुकी है।
कोर्ट में 16 कुर्सियां
बता दें कि सीबीआई के स्पेशल जज सुरेंद्र कुमार यादव, अदालत परिसर पहुंच गए हैं । पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फैसला सुनेंगे । राम विलास वेदांती, साध्वी ऋतंभरा कोर्ट पहुंच गई हैं. कोर्ट के अंदर 16 कुर्सियां लगाई गई हैं ।
कटियार कोर्ट पहुंचे
बाबरी विध्वंस केस के आरोपी विनय कटियार भी अदालत पहुंच गए हैं। कटियार ने कहा कि सजा होगी तो जेल जाएंगे, छूटते हैं तो देखेंगे । बेल होगी तो लेंगे, हमने कोई अपराध किया ही नहीं है । वहां पर मंदिर था और मंदिर बनेगा । सोमनाथ मंदिर की तरह बढ़िया मंदिर बनेगा, ऐसी कल्पना है।