कोलकाता । पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों के नजदीक आने के साथ ही वहां केंद्रीय जांच एजेंसियों ने राज्य में हुए घोटालों को लेकर अपनी जांच शुरू कर दी है । इसी क्रम में शुक्रवार को सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) पश्चिम बंगाल में कोलकाता समेत 15 ठिकानों पर छापेमारी की । यह कार्रवाई राज्य में पिछले कुछ सालों में हुए कोयला घोटाला और पशु तस्करी से जुड़े मामले को लेकर की गई है । जांच एजेंसियों ने छापेमारी की यह कार्रवाई उन कारोबारियों के ठिकानों पर की है , जिनका नाम इन घोटालों से जुड़ा है ।
विदित हो कि पिछले दिनों सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के घर पर जांच एजेंसी ने उनकी पत्नी से कोयला खनन मामले से जुड़े मामले में पूछताछ की थी । इसके बाद अब शुक्रवार को सीबीआई के साथ ही प्रवर्तन निदेशालय ने कोलकाता समेत राज्य के दो दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है ।
जांच एजेंसियों ने यह कार्रवाई पशु तस्करी , कोयला खनन घोटाले से जुड़े लोगों के ठिकानों पर की है । हालांकि इससे पहले भी ईडी (ED ) ने इन मामलों को लेकर ही पश्चिम बंगाल में रेड की थी ।उस दौरान ईडी को कई अहम सुराग मिले थे । इस सबके बाद मिली जानकारियों को आधार बनाकर ही आज छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है ।
गौरतलब है कि सीबीआई कोयला घोटाले को लेकर कोलकाता में कारोबारी रणधीर कुमार वर्णवाल के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है । ऐसे आरोप है कि इस कारोबारी के जरिए कई नौकरशाहों और नेताओं तक कथित तौर पर घूस का पैसा पहुंचाया गया है ।
हालांकि विधानसभा चुनावों से पहले केंद्रीय जांच एजेंसियों की इस तरह की कार्रवाई पर सत्तारूढ़ सरकार के नेताओं ने इस दबाव की राजनीति करार दिया है । उनका कहना है कि केंद्र सरकार राज्य में अशांति फैलाने के लिए इस तरह से जांच एजेंसियों का सहारा ले रही है । लोगों को डराया जा रहा है ।