नई दिल्ली । दुनिया भर में अपनी तकनीक को लेकर सुर्खियां बंटोरने वाले चीन में इन दिनों बिजली संकट गहराया हुआ है । देश के पूर्वोत्तर इलाकों में पिछले कुछ दिनों से जारी बिजली संकट अब इतना विकराल रूप लेता नजर आ रहा है । मौजूदा संकट के दौर में इलाके के मॉल , कारखानों , दुकानों को बंद करने का फैसला लिया गया है । सामने आया है कि पूर्वोत्तर इलाकों में बिजली का यह संकट कोयले की सप्लाई में अनियमितता के चलते सामने आया है । आलम यह है कि प्रशासन ने इलाके में कम से कम बिजली की खपत करने के निर्देश जारी किए हैं । कहा गया है कि लोग इलेक्ट्रॉनिक आइटम न चलाएं और जरूरी न हो तो बिजली भी न जलाएं ।
बता दें कि चीन के पूर्वोत्तर इलाके में कोयले की सप्लाई प्रभावित हो गई है , जिसके चलते बिजली उत्पादन पर असर पड़ा है । देश में उत्पादन यूनिट बढ़ने से बिजली की मांग में भी इजाफा हुआ है । इसके चलते बिजली उत्पादन भी बढ़ाना पड़ रहा है । पिछले कुछ दिनों से पूर्वोत्तर इलाकों में लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ा था ।
असल में पिछले कुछ दिनों से रिहायशी इलाकों में बिजली कट काफी समय के लिए लग रहा था । लोगों की शिकायत है कि पिछले दिनों की तुलना में बिजली कट का समय भी बढ़ गया है और अब कई बार बिजली कट हो रहा है।
रिहायशी इलाकों के साथ ही चीन के उद्योग जगत में भी इसका असर देखा जा रहा है । फैक्टरी में उत्पादन के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है । प्रशासन ने रिहायशी इलाकों और उद्योगों को बिजली देने में संतुलन बनाने की योजना तो बनाई थी , लेकिन वह सब अब काम नहीं कर पा रही है ।
इस बीच अब चीन सरकार के आगे इस संकट से पार पाने की चुनौती है । चीन के पूर्वोत्तर इलाके में ठंड भी ज्यादा पड़ती है , जिसके चलते उन्हें आने वाले दिनों में ज्यादा बिजली की जरूरत होगी , लेकिन इस समय उनके पास सामान्य स्थिति तक के लिए संशाधन नहीं है ।
ऐसे में सरकार ने सर्कुलर जारी करके लोगों से कहा है कि वह अपने घरों में इलेक्ट्रिक उपकरण न चलाएं । जरूरत न हो तो बिजली के उपकरणों से पानी गर्म न करें । स्थानीय रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि आने वाले कुछ समय तक चीन को यह संकट का सामना करना पड़ेगा ।
इस बीच चीन की कई कंपनियों ने प्रशासन को जानकारी दी है कि बिजली संकट के चलते उनके प्रोडक्शन पूरी तरह बंद हो गया है , इससे उनका व्यापार नुकसान ही ओर बढ़ रहा है ।