नई दिल्ली । देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की एक हेलिकॉप्टर हादसे में मौत के मामले की जांच रिपोर्ट सामने आ गई है । 8 दिसंबर को हुए हादसे की जांच में फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वाइस रिकॉर्डर का विश्लेषण पूरा हो गया है। तीनों सेवाओं की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी ने अपनी शुरुआती जांच में इन रिकॉर्डिंग का विश्लेषण किया। इसने हादसे के कारण को मैकेनिकल समस्या, नुकसान अथवा लापरवाही बताया है।
विदित हो कि भारतीय वायु सेना ने शुक्रवार को कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी की रिपोर्ट का खुलासा किया । वायु सेना ने कहा कि 8 दिसंबर को सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ यह हादसा मौसम में अचानक बदलाव की वजह से बादलों में जाने के परिणामस्वरूप हुआ था। बादलों में जाने की वजह से पायलट रास्ते को लेकर भ्रम का शिकार हो गया था। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी ने कुछ सिफारिशों भी की हैं जिनकी फिलहाल समीक्षा की जा रही है।
बता दें कि गत माह 8 दिसंबर को वायु सेना का एमआई-17 हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर में हादसे का शिकार हो गया था। इस दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधूलिका रावत और 12 अन्य सैन्य अधिकारियों की भी मौत हो गई थी।