उदयपुर । देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस ने आज अपने अस्तित्व और अपनी प्रासंगिकता पर उठ रहे सवालों पर मंथन के लिए के लिए उदयपुर में एक चिंतन शिविर का आयोजन किया है । पिछले कुछ समय में राज्यों के विधानसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद पटरी से उतरी कांग्रेस को दोबारा पटरी पर लाने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ट्रेन से उदयपुर पहुंचे । वहीं प्रियंका गांधी भी उदयपुर पहुंच गई है , जबकि सोनिया गांधी दोपहर 2 बजे पहुंचेगी । इस तीन दिवसीय चिंतन शिविर में कांग्रेस का ध्यान संगठन में बदलाव के साथ , आगामी लोकसभा चुनावों में पार्टी की रणनीति और संभवता राहुल गांधी को फिर से कांग्रेस की कमान दिए जाने पर हो सकती है ।
राहुल गांधी का भव्य स्वागत
पार्टी के तीन दिवसीय चिंतन शिविर के लिए दिल्ली के सराय रोहिल्ला स्टेशन से उदयपुर के लिए रवाना हुए राहुल गांधी का कई जगह भव्य स्वागत हुआ । जहां जहां ट्रेन रुकी , वहीं भारी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी का स्वागत किया , खुद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्टेशन आकर राहुल गांधी का स्वागत किया । इसके बाद सभी चिंतन शिवर के आयोजन स्थल पर पहुंचे ।
चिंतिन शिविर में 430 नेता - प्रतिनिधि
इस चिंतन शिविर में शामिल होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी दोपहर 2 बजे उदयपुर पहुंचेगी । इस शिविर में कांग्रेस के 430 प्रतिनिधि शामिल होंगे । सोनिया गांधी इस शिविर को संबोधित करेंगी , जिसके बाद इस चिंतन शिविर की शुरुआत होगी । इसके बाद शुक्रवार और शनिवार तक विभिन्न मुद्दों पर अलग-अलग समूहों में चर्चाओं का दौर चलेगा । फिर जो प्रस्ताव तैयार होगा उस पर 15 मई को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में मुहर लगाई जाएगी । कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा है कि 19 साल बाद कांग्रेस ऐसा चिंतन शिविर कर रही, अच्छा कदम है। सभी लोगों को अपनी राय बिना हिचक रखने का मौका मिलना चाहिए ।
कुछ ऐसा रहेंगा चिंतन शिविर
आज 13 मई से शुरू होने वाले चिंतिन शिवर की शुरुआत दोपहर 2 बजे सोनिया गांधी के संबोधन के साथ ही इस शिविर की शुरूआत होगी । इसके बाद बड़े नेता अपना संबोधन करेंगे जो शाम 5 बजे तक चलेगा । दूसरे दिन यानी शनिवार को सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर समूह संवाद शुरू हो जाएगा । ये करीब 2 बजकर 30 मिनट तक चलेगा. इसके बाद रात में कमेटियों की बैठक का आयोजन किया जाएगा । 15 दिन रविवार को यानी शिविर के आखिरी दिन सुबह 11 बजे चिंतन शिविर का कार्यक्रम शुरू होगा ।