नई दिल्ली । देश में शनिवार से कोरोना वैक्सीन लगाने का अभियान शुरू हो गया है । दुनिया से भारत को इस वैक्सीन के लिए बधाई संदेश मिल रहे हैं , लेकिन इस वैक्सीन अभियान को लेकर देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के विचार अलग अलग हैं। जहां कांग्रेसी नेता मनीष तिवारी ने कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) पर सवाल उठाते हुए पूछा कि सरकार के मंत्रियों ने कोरोना वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) क्यों नहीं लगवाई, जबकि विदेशों में सबसे पहले राष्ट्र प्रमुखों ने ही कोरोना का टीका लगवाया है । इससे इतर , पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में कोरोना वैक्सीन लगाने की मुहिम का आगाज करने से पूर्व कहा कि वह चाहते थे कि पहली वैक्सीन उन्हें लगाई जाए, लेकिन केंद्र सरकार के निर्देशों के कारण ऐसा नहीं हो पाया।
बता दें कि कांग्रेसी नेता मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने कोरोना की वैक्सीन अभियान पर सवाल उठाए हैं । मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार के किसी मंत्री ने टीका नहीं लगवाया । मंत्रियों को सामने आकर टीका लगवाना चाहिए । उन्होंने दावा किया कि टीकों के आपात उपयोग की स्वीकृति देने के लिए कोई नीतिगत ढांचा नहीं है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा - ‘टीकाकरण आरंभ हो गया है और यह अजीबोगरीब है कि भारत के पास आपात उपयोग को अधिकृत करने का कोई नीतिगत ढांचा नहीं है । फिर भी दो टीकों के आपात स्थिति में नियंत्रित उपयोग की अनुमति दी गई ।
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘कोवैक्सीन की अलग ही कहानी है । इसे उचित प्रक्रिया के बिना अनुमति दी गई । इससे पहले भी मनीष तिवारी ने कहा था कि कोवैक्सीन (COVAXIN) को सरकार की ओर से इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए लाइसेंस दिया गया था । अब सरकार ही कह रही है कि वैक्सीन लेने वालों को इस बात की अनुमति नहीं है कि वो अपने लिए वैक्सीन का चुनाव कर सकें ।
इससे इतर, पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में कोरोना वैक्सीन लगाने के अभियान का समर्थन करते हुए कहा कि पहले चरण में केवल फ्रंट लाइन पर काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को ही डोज दी जाएगी, इसलिए वह नहीं लगवा पाए। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह मोहाली के किसान विकास चैंबर में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
कैप्टन ने कहा कि मैं पिछले कई दिनों से वैक्सीन के बारे में फैलाई रही भ्रांतियों की खबरों को देख रहा हूं। उन्होंने ऐसी अफवाएं फैलाने वालों को चेताते हुए कहा कि कोई भी वैज्ञानिक तब तक कोई चीज आम लोगों के लिए रिलीज नहीं करता जब तक वह खुद संतुष्ट नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि कई बार वैक्सीन लगाने के बाद हलकी सी एलर्जी हो जाती है पर इसका अर्थ यह नहीं है कि वैक्सीन ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। कुछ लोगों को कुछ खास खाद्य वस्तुओं से भी एलर्जी हो जाती है पर इससे घबराने की जरूरत नहीं होती। मुख्यमंत्री ने वैक्सीन मुहिम की शुरूआत करते हुए प्रधानमंत्री से अपील की कि गरीब लोगों को यह निशुल्क लगाई जाए।
मुख्यमंत्री ने पंजाब के लोगों को कोरोना से चेताते हुए कहा कि इसके प्रति वे लापरवाह न हों। अभी ये बीमारी खत्म नहीं हुई है, बल्कि इसके नए और गंभीर लक्ष ण देखे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले साल पंजाब में केस आने की शुरूआत होते ही हमने 22 मार्च से पंजाब में कर्फ्यू लगा दिया था और ऐसा करने वाला पंजाब पहला राज्य था।