नई दिल्ली । सूरत की सेशंन कोर्ट ने गत दिनों मानहानि के एक मामले में सुनवाई करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाई है । नियमों के तहत किसी जनप्रतिनिधि को किसी आपराधिक मामले में दो साल की सजा होती है तो उसकी संसद सदस्यता रद्द कर दी जाती है । लोकसभा सचिवालय की ओर से शुक्रवार को संविधान के आर्टिकल 102(1)(e) और रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपुल्स एक्ट के सेक्शन 8 के तहत एक नोटिफिकेशन जारी कर इसकी जानकारी भी सार्वजनिक कर दी गई है । संसद सदस्यता जाने पर अब राहुल गांधी को उन सब चीजों से हाथ धोना पड़ गया है , जो बतौर सांसद उन्हें मिलती थीं । इतना ही नहीं अब वह वायनाड़ से सांसद भी नहीं रहेंगे , उनकी सीट को खाली घोषित कर दिया गया है ।
असल में सूरत की सेशन कोर्ट ने राहुल गांधी पर 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाने के साथ ही 2 साल की सजा क्या सुनाई कांग्रेस में हंगामा मच गया । संसद से लेकर सड़क तक हंगामा हो रहा है । बावजूद इसके , अब कुछ पलटने वाला नहीं है । बतौर सांसद राहुल गांधी को मिलने वाली सभी सुविधाएं अब बंद कर दी जाएंगी ।
तो चलिए आपको बताते हैं कि एक सांसद को क्या क्या सुविधाएं मिलती हैं और अब राहुल गांधी जब उनकी संसद सदस्यता खत्म कर दी गई है , उनको मिलने वाली क्या क्या सुविधाएं अब रोक दी जाएंगी।
- असल में सांसदों को अपने पूरे संसदीय कार्यकाल के लिए मुफ्त में एक आवास या हॉस्टल की सुविधा मिलती है । इस दौरान वो मामूली लाइसेंस फीस देकर सरकारी बंगले की सुविधा का लाभ भी उठा सकते हैं ।
- एक तय मानदंड के मुताबिक ही आवासों का अलॉटमेंट किया जाता है । इस दौरान बिजली और पानी के बिल एक सीमा तक माफ रहते हैं ।
- सरकारी बंगले पर फर्नीचर की सुविधा, सोफे के कवर और पर्दों की सफाई भी इसी सुविधा में जुड़ी होती है ।
- अलॉउंसेज एंड पेंशन ऑफ मेंबर्स ऑफ पार्लियामेंट एक्ट, 2010 के अनुसार सांसद को 50 हजार रुपये महीने की सैलरी मिलती है ।
- उन्हें संसद सत्र में हिस्सा लेने के लिए दो हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भत्ता भी मिलता है । सांसदों को हर महीने 45 हजार रुपये संसदीय क्षेत्र के अलाउंस के तौर पर दिया जाता है ।
- संसद सदस्यों को 500 रुपये प्रति महीने के खर्च पर अपने और अपने परिवार के लिए मुफ्त स्वास्थ्य व्यवस्था भी मिलती है ।
- संसद सदस्यों को ट्रैवल अलाउंस भी दिया जाता है । मतलब अपने संसदीय दायित्वों को निभाने और संसद सत्र में शामिल होने के लिए की जाने वाली यात्राओं के लिए सांसदों को ट्रैवल अलाउंस मिलता है।
- उदाहरण के तौर पर सांसदों को ट्रेन में एक एग्जीक्यूटिव क्लास या फर्स्ट क्लास एसी का टिकट दिया जाता है. किसी भी एयरलाइंस में टिकट के किराये में एक और उसके साथ दूसरे टिकट पर एक-चौथाई किराया देना होता है।
-इसके साथ ही उन्हें 16 रुपये प्रति किमी के हिसाब से सड़क परिवहन का खर्च भी दिया जाता है । सांसद एक साल में 34 हवाई यात्राएं कर सकते हैं । वो भी अपने परिवार के साथ ।
- सांसदों को हर महीने ऑफिस खर्चे के लिए 45 हजार रुपये मिलते हैं ।
- इसके साथ ही 15 हजार रुपये स्टेशनरी और पत्राचार के लिए भी दिए जाते हैं।
- भत्ते के तौर पर मिलने वाली इस रकम का इस्तेमाल अपने सचिवों के भत्तों के लिए भी किया जा सकता है ।