नई दिल्ली । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने देश में कोरोना के हालात को लेकर देश के 150 जिलों में लॉकडाउन लगाने की सिफारिश की है । देश में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र सरकार बैठकों का दौर चला रही है । इस दौरान देश के कई जिलों में लॉकडाउन लगाने की सिफारिश की जा रही है , जहां संक्रमण की दर 15 फीसदी से ज्यादा नजर आ रही है । हालांकि राज्यों की सहमति के बाद इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा ।
बता दें कि देश में कोरोना को लेकर देश में आई आपात स्थिति के बीच केंद्र सरकार अब सक्रित होती नजर आ रही है । रोज कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी के मद्देनजर केंद्र सरकार देश के उन 150 जिलों में लॉकडाउन पर विचार कर रही है । इस दौरान उन जिलों पर नजर रखी जा रही है , जहां संक्रमण दर 15 फीसद से ज्यादा है। हालांकि यह फैसला संबंधित राज्यों से विचार-विमर्श के बाद ही लिया जाएगा।
इस पूरे मामले को लेकर मंगलवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से लॉकडाउन की सिफारिश की गई थी। मंत्रालय का मानना है कि अभी संक्रमितों का आंकड़ा और पॉजिटिविटी रेट को नियंत्रित करना आवश्यक है।
असल में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि जिन 150 जिलों में 15 फीसद से अधिक संक्रमण दर है, वहां आवश्यक सेवाओं में छूट के साथ लॉकडाउन लगाना होगा अन्यथा स्वास्थ्य प्रणाली पर बोझ बढ़ जाएगा।
विदित हो कि इस समय देश में महाराष्ट्र, दिल्ली, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु सहित देश के आठ राज्यों में संक्रमण के मामले 69 फीसद हैं। ऐसे में देश के कई जिलों में लॉकडाउन लगाने पर विचार किया जा रहा है ।
हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत दिनों देश को किए गए संबोधन में लॉकडाउन को संक्रमण रोकने का अंतिम उपाय बताया था । उन्होंने इसे अंतिम विकल्प बताते हुए कहा था कि अभी सरकार पर्याप्त आक्सीजन, बेड और वैक्सीन का प्रबंध कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने देश की जनता को संबोधित कर कहा था कि यदि आप सभी एकजुट हो जागरूकता पैदा करते हैं तो लॉकडाउन की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा था, 'मैं राज्यों से अपील करता हूं कि वे अंतिम उपाय के रूप में लॉकडाउन का उपयोग करें। हमारा माइक्रो कंटेनमेंट जोन की ओर ध्यान होना चाहिए।'