नई दिल्ली । कृषि कानून रद्द कराने की मांग पर अड़े किसान दिल्ली के बॉर्डर पर भी डटे हुए हैं । हाल में दिल्ली पुलिस ने किसानों के आंदोलन स्थल के पास नाकेबंदी की थी , क्योंकि किसानों ने 6 फरवरी को चक्का जाम का ऐलान किया है । इसी क्रम में यूपी के गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने सड़कों पर भारी बैरिकेडिंग के साथ ही सड़क पर कीलें लगाई थी , जिसे उखाड़ने का काम गुरुवार सुबह चालू हुआ । कीले उखड़ती देख वहां मौजूद आंदोलनकारियों के बीच यह खबर तेजी से फैली । इस दौरान दिल्ली पुलिस ने साफ किया है कि उनका इन कीलों को उखाड़ने के पीछे उद्देश्य इन कीलों की रिपोजिशनिंग करना है ।
सांसदों का दस्ता पहुंचा गाजीपुर बॉर्डर
बता दें कि दिल्ली का गाजीपुर बॉर्डर एक बार फिर सियासत के केंद्र में हैं. आज वहां जबरदस्त हलचल है. विपक्षी नेताओं का एक दस्ता आज वहां पहुंचा. इसमें 8 राजनीतिक दलों के सांसद थे । इन सांसदों ने न केवल किसानों से मुलाकात की , बल्कि वहां के हालातों का जायजा भी लिया । इसके बाद अब ये सांसद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को इसकी रिपोर्ट देंगे ।
तारें ढीली तो कीलें उखाड़ी
इस सबके बीच गुरुवार सुबह गाजीपुर पर उस समय अफरातफरी नजर आए । जब बॉर्डर पर किसानों को लेकर की गई तारों की बैरिकेडिंग को ढीला किया गया , इतना ही नहीं सड़कों पर लगाई गई कीलों को भी उखाड़ा गया । हालांकि गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा वैसी ही कड़ी है । अब ऐसे में किसान यह अंदेशा लगाते रहे कि आखिर ऐसा क्यों किया जा रहा है । हालांकि दिल्ली पुलिस ने साफ किया कि इन कीलों को इसलिए उखाड़ा जा रहा है , क्योंकि इनको दोबारा से दूसरी जगहों पर लगाया जाएगा । पुलिस ने कहा कि लोगों का ध्यान रखते हुए उनके आन जाने की जगहों से कीले हटाई जा रही है , लेकिन दोबारा कीलें कब लगाई जाएंगी , इसकी कोई जानकारी पुलिस ने नहीं दी ।