न्यूज डेस्क । पात्रा चॉल घोटाले (Patra Chawl) में प्रवर्तन निदेशालय के शिकंजे में घिरे संजय राउत की परेशानी अब कम होती नजर नहीं आ रही है । जहां एक ओर कोर्ट ने उनकी कस्टडी को 8 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया है , वहीं अब जांच की आंच उनके घर तक पहुंच गई है । असल में पिछले दिनों इस मनी लॉड्रिंग मामले की जांच में राउत की पत्नी वर्षा राउत के खातों की जांच से कई खुलासे होने के बाद अब ईडी ने उन्हें भी पूछताछ के लिए बुलाने का समन भेजा है।
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब वर्षा राउत को लेकर इस तरह की कोई कार्यवाही हो रही है । इससे पहले अप्रैल में भी ईडी ने इस मामले की जांच के तहत वर्षा राउत और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया था ।
उस दौरान ईडी द्वारा कुर्क की गई इस संपत्ति में संजय राउत के सहयोगी और गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व डायरेक्टर प्रवीण एम. राउत की पालघर, सफले (पालघर में शहर) और पड़घा (ठाणे जिले में) में स्थित जमीन शामिल है ।
ईडी ने उस दौरान कहा ता कि इन संपत्ति में मुंबई के उपनगर दादर में वर्षा राउत का एक फ्लैट और अलीबाग में किहिम बीच पर आठ भूखंड हैं जो संयुक्त रूप से वर्षा राउत और संजय राउत के करीबी सहयोगी सुजीत पाटकर की पत्नी स्वप्ना पाटकर के हैं ।
बहरहाल , एक बार फिर पात्रा चॉल घोटाले को वर्षा राउत पर शिकंजा कसने जा रहा है । उनके बैंक खातों की जांच से कई आपत्तिजनक लेन देने की बातें सामने आई हैं । इसके बाद ईडी ने उन्हें समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है ।