मुंबई । महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पर मंडरा रहा सियासी संकट और बढ़ता नजर आ रहा है । सूत्रों के हवाले से खबर है कि पार्टी के बागी हुए दिग्गद नेता एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे से सुबे की महाअघाड़ी सरकार के साथी एनसीपी से गठबंधन तोड़ने और भाजपा के साथ पूर्व की भांति गठबंधन करके सरकार बनाने की शर्त रखी है । हालांकि इस खबर के बाहर आने के बाद से सीएम उद्धव ठाकरे , बागी हो चुके एकनाथ शिंदे को मनाने के लिए अपने दो प्रतिनिधि सूरत भेज रहे हैं । लेकिन जानकारों का कहना है कि ठाकरे सियासी संकट के बीच एनसीपी से गठबंधन तोड़कर भाजपा के साथ दोबारा गठबंधन करके सरकार बनाने के प्रस्ताव को नहीं मानेंगे । ऐसे में ठाकरे सरकार पर संकट के बादल गहराते जा रहे हैं ।
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बता दें कि एमएलसी चुनाव में क्रॉस वोटिंग की खबरों के बाद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे के 25 विधायकों के साथ सूरत जाने से राज्य सरकार पर खतरे का बादल मंडरा रहा है । वहीं दूसरी तरफ सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे अब शिवसेना के बड़े नेताओं के साथ बातचीत करने को तैयार हैं । सूरत में मिलने के लिए तैयार हैं । इस बैठक के दौरान ही शिंदे - उद्धव के प्रतिनिधियों के सामने एनसीपी से गठबंधन तोड़ने की शर्त रख सकते हैं ।
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विदित हो कि महाराष्ट्र में विधायकों की बड़ी बगावत और राज्य के मंत्री एकनाथ शिंदे के सूरत पहुंचने के बाद उद्धव सरकार खतरा मंडरा रहा है । इस बीच, भाजपा पूरे मामले को लेकर एक्शन में आ गई है । भाजपा अध्य़क्ष जेपी नड्डा केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने उनके आवास पर पहुंचे हैं । उधर, देवेन्द्र फडणवीस भी महाराष्ट्र से नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं ।