मोरबी । गुजरात के मोरबी में रविवार को केबल ब्रिज के टूटने के चलते हुए हादसे में अब तक 141 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है , जबकि 100 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं । इस ब्रिज की मरम्मत और इसे चलाने का अनुबंध करने वाली कंपनी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज हुआ है । फिलहाल इस हादसे की जांच की जा रही है । सरकार ने पीड़ित परिवारों को 6-6 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है । वहीं इस ब्रिज की मरम्मत और इस कुछ दिन पहले ही लोगों के लिए खोलने पर सवाल उठ रहे हैं । इस बीच इस ब्रिज के टूटने पर सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है ।
माच्छू नदी पर बना था केबल ब्रिज
बता दें कि गुजरात के मोरबी शहर में रविवार की शाम माच्छू नदी पर बने केबल पुल के टूटने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 141 हो गई है । यह पुल करीब एक सदी पुराना था और मरम्मत एवं नवीनीकरण कार्य के बाद इसे आमजन के लिए पांच दिन पहले ही खोला गया था । गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि राज्य सरकार ने इस हादसे की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है । हैंगिंग ब्रिज'' जिस समय टूटा, उस समय उस पर कई महिलाएं और बच्चे मौजूद थे । एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कुछ लोगों को पुल पर कूदते और उसके बड़े तारों को खींचते हुए देखा गया।
5 दिन पहले ही खोला गया था ब्रिज
असल में लोगों के लिए पर्यटन की नजर से अहम इस मोरबी पुल को पिछले दिनों 2 करोड़ रुपये की मरम्मत के बाद 5 दिन पहले ही खोला गया था । सामने आ रहा है कि इस पुल को दोबारा से खोलने के लिए नगर निगम से कोई मंजूरी तक नह ली गई थी ।
घटना की जांच शुरू
राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने सोमवार, 31 अक्टूबर 2022 को बताया कि आईजीपी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में इसकी जांच शुरू कर दी गई है । उन्होंने बताया है कि सभी रातभर राहत बचाव के काम में लगे रहे । नौसेना, एनडीआरएफ, एयर फोर्स और आर्मी के जवान घटना के बाद तत्काल मौके पर पहुंचे । रातभर करीब 200 से ज्यादा जवान तलाशी और राहत कार्यों में लगे रहे ।
हादसे से जुड़ी 10 बड़ी बातें
- मोरबी हादसे को लेकर जो आंकड़े सामने आ रहे हैं उनके अनुसार , जिन 141 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है उनमें 40 बच्चे शामिल हैं ।
- भाजपा सांसद मोहन कुंदरिया के परिजनों की भी इस हादसे में मौत हुई है । सांसद मोहन कुंदरिया की बहन के परिवार के 12 सदस्यों की मौत हो गई । रिश्तेदार बहन की जेठानी के परिवार के सदस्यों, चार बेटियों, चार दामाद और बच्चों की मौत हो गई ।
- हादसे के बाद गुजरात सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. हादसे से जुड़ी जानकारी के लिए 02822243300 नंबर पर कॉल कर पता किया जा सकता है ।
- सेना, नौसेना, वायुसेना, एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर सर्च ऑपरेशन चला रही है । गुजरात पुलिस की मरीन टास्क फोर्स ने रातभर मच्छु नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया ।
- मच्छु नदी पर बने इस पुल का इतिहास करीब 140 साल पुराना था । इस पुल की बात करें तो यह गुजरात के प्रमुख टूरिस्ट प्लेस में से एक बन गया था । यहां रोज बड़ी संख्या में लोग घूमने आते थे क्योंकि ये पुल हवा में झूलता रहता था और यह बिल्कुल ऋषिकेश के राम और लक्ष्मण झूले जैसा पुल था इसलिए बड़ी संख्या में लोग यहां आते थे ।
- रविवार को इस पुल पर आने वाले करीब 400 लोग थे , जिन्होंने टिकट लिए थे । एक साथ इतनी संख्या में लोग इस पुल पर चढ़ गए , जिसके चलते ब्रिज टूटकर गिर गया ।