नई दिल्ली । डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर एक बार फिर से कानून का शिकंजा कसा है । अपनी दो साध्वियों से बलात्कार के साथ ही एक पत्रकार की हत्या मामले में हरियाणा की रोहतक जेल में बंद राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim) को सीबीआई की विशेष अदालत ने डेरा प्रबंधक कमेटी के सदस्य रणजीत सिंह हत्याकांड मामले (Ranjeet Singh Murder Case) में सीबीआई की विशेष अदालत ने राम रहीम समेत पांच आरोपियों को दोषी करार दिया है । कोर्ट सभी दोषियों को 12 अक्टूबर को सजा सुनाएगी ।
बता दें कि डेरा सच्चा सौदा की प्रबंधन समिति के सदस्य रहे कुरुक्षेत्र के रणजीत सिंह (Ranjeet Singh) की हत्या 10 जुलाई 2002 को हुई थी । इस मामले में आरोपी डेरामुखी गुरमीत राम रहीम और कृष्ण कुमार शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुए । वहीं आरोपी अवतार, जसवीर और सबदिल प्रत्यक्ष रूप से कोर्ट में पेश हुए । इस दौरान कोर्ट ने पांचों आरोपियों को दोषी करार दिया ।
असल में डेरा प्रबंधन को शक था कि रणजीत सिंह ने साध्वी यौन शोषण की गुमनाम चिट्ठी अपनी बहन से ही लिखवाई थी । रणजीत सिंह के पिता पुलिस जांच से असंतुष्ट थे और उन्होंने जनवरी 2003 में हाई कोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआई जांच की मांग की थी । हाई कोर्ट से आदेश के बाद सीबीआई ने मामले की जांच करते हुए आरोपियों पर केस दर्ज किया था । साल 2007 में कोर्ट ने आरोपियों पर चार्ज फ्रेम किए थे ।
विदित हो कि इस समय राम रहीम हरियाणा के सुनारिया जेल में सजा काट रहा है । उसे अगस्त 2017 में सीबीआई की विशेष अदालत ने दो महिलाओं से बलात्कार के आरोप में 20 साल जेल की सजा सुनाई थी । वहीं जनवरी 2019 में एक अदालत ने 16 साल पहले हुए एक पत्रकार के मर्डर के आरोप में राम रहीम और तीन अन्य लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।