मुंबई । कोरोना काल के दौरान लगाई गई कोविशील्ड वैक्सीन से एक महिला डॉक्टर की कथित मौत का मामला इन दिनों देश की अदालत में सुर्खियों का कारण बना हुआ है । पीड़ित परिवार की ओर से कोर्ट में दायर एक याचिका में केंद्र सरकार समेत अन्य लोगों पर झूठे दावे करने का आरोप लगाते हुए एक हजार करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की गई है । इस याचिका पर सुनवाई करते हुए अब बॉंबे हाईकोर्ट ने भारत सरकार समेत अन्य लोगों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है । कोर्ट ने भारत सरकार के साथ ही महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Govt), केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW), पुणे का सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII), दिल्ली एम्स (Delhi AIIMS) निदेशक, डीजीसीआई प्रमुख (DGCI Chief) और माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स (Microsoft founder Bill Gates) समेत अन्य लोगों से जवाब मांगा गया है । कोर्ट में मामले की अगली सुनवाई 17 नवंबर को होगी ।
क्या है पीड़ित परिवार की याचिका में
विदित हो कि याचिकाकर्ता दिलीप लुनावत ने केंद्र सरकार समेत महाराष्ट्र सरकार समेत मंत्रालय - विभागों और अन्य लोगों पर कोविशील्ड वैक्सीन के बारे में झूठे दावे कर लोगों को प्रेरित करने का आरोप लगाया है । उन्होंने आरोप लगाया कि कोविड वैक्सीन लेने के लिए चिकित्सकों को मजबूर किया गया । याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि कोविशील्ड वैक्सीन लेने के बाद उसकी बेटी डॉक्टर स्नेहल लुनावत की मौत हो गई ।
वैक्सीन के 110 फीसदी सुरक्षित होने का मुद्दा उठाया
याचिकाकर्ता दिलीप लुनावत ने देश के औषधि महानियंत्रक वीजी सोमानी के एक इंटरव्यू का जिक्र अपनी याचिका में किया है । 4 जनवरी 2021 के एक टीवी इंटरव्यू का जिक्र करते हुए याचिकाकर्ता ने कहा कि भारत के औषधि महानियंत्रक वीजी सोमानी ने अपने इंटरव्यू में साफ कहा था कि भारत में लगने वाली ये वैक्सीन 110 फीसदी सुरक्षित हैं । सुरक्षा की जरा सी भी चिंता होने पर हम किसी भी चीज की मंजूरी नहीं देंगे । टीके 110 प्रतिशत सुरक्षित हैं । कुछ ऐसा ही दिल्ली एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी कहा था । कहा गया था कि टीके पूरी तरह से सुरक्षित हैं , साथ ही लोगों से टीके लगवाने की अपील भी की गई थी ।
28 जनवरी 2021 को ली थी डॉक्टर स्नेहल ने वैक्सीन
अपनी याचिका में उन्होंने कहा कि मेरी बेटी ने सरकार और लोगों द्वारा किए गए झूठे दावों पर यकीन करते हुए 28 जनवरी 2021 को वैक्सीन की पहली डोज ली थी। 1 मार्च को कोविशील्ड के साइड इफेक्ड के कारण उनकी बेटी स्नेहल की मौत हो गई । याचिका में दावा किया गया है कि 2 अक्टूबर 2021 को केंद्र सरकार की एईएफआई समिति ने स्वीकार किया था कि शिकायतकर्ता की बेटी की मौत कोविशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट के कारण हुई । डॉक्टर स्नेहल लुनावत नासिक के धमनगांव स्थित एसएमबीटी डेंटल कॉलेज और अस्पताल में डॉक्टर और सीनियर लेक्चरर थीं ।