Wednesday, April 24, 2024

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गृहमंत्री अमित शाह बोले - नई संसद के उद्घाटन पर ऐतिहासिक संगोल परंपरा पुनर्जीवित होगी

अंग्वाल न्यूज डेस्क
गृहमंत्री अमित शाह बोले - नई संसद के उद्घाटन पर ऐतिहासिक संगोल परंपरा पुनर्जीवित होगी

नई दिल्ली । देश के नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का ऐलान कर दिया गया है । तय किया गया है कि आगामी 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र को नई संसद समर्पित कर देंगे । हालांकि इसके उद्घाटन के बहिष्कार को लेकर एक ओर जहां विपक्ष एकजुट होता दिख रहा है , वहीं गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बुधवार को एक पत्रकार वार्ता कर कहा कि नया संसद भवन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की दूरदर्शिता का प्रमाण करार दिया है । इस दौरान अमित शाह ने कहा कि राजनीति चलती रहेगी लेकिन हमने इस असवर पर सबको बुलाया है । इस दौरान उन्होंने कहा - नई संसद के उद्घाटन समारोह में एक ऐतिहासिक परंपरा पुनर्जीवित होगी जिसके पीछे युगों से जुड़ी परंपरा है । इसे तमिल में सेंगोल कहा जाता है ।  

पीएम सभी श्रमयोगियों का सम्मान भी करेंगे

अमित शाह बोले, पीएम मोदी 28 मई को संसद का नवनिर्मित भवन राष्ट्र को समर्पित करेंगे । इस नई संचरना को रिकॉर्ड समय में बनाने के लिए करीब 60,000 श्रमयोगियों ने अपना योगदान दिया है । इस अवसर पर पीएम सभी श्रमयोगियों का सम्मान भी करेंगे । 

सेंगोल सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक बना था


इस दौरान गृह मंत्री ने कहा, उद्घाटन समारोह में एक ऐतिहासिक परंपरा पुनर्जीवित होगी जिसके पीछे युगों से जुड़ी परंपरा है । इसे तमिल में सेंगोल कहा जाता है जिसका सीधा मतलब संपदा से संपन्न होता है । वह बोले - 14 अगस्त 1947 को एक अनोखी घटना हुई थी। इसके 75 साल बाद आज देश के अधिकांश नागरिकों को इसकी जानकारी नहीं है । सेंगोल ने हमारे इतिहास में एक अहम भूमिका निभाई थी । ये सेंगोल सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक बना था । इसकी जानकारी पीएम मोदी को मिली तो गहन जांच करवाई गई । फिर निर्णय लिया गया कि इसे देश के सामने रखना चाहिए।  इसके लिए नए संसद भवन के लोकार्पण के दिन को चुना गया । 

यह एक बड़ी भावनात्मक प्रक्रिया है 

संसद के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार पर अमित शाह ने कहा, राजनीति को इसके साथ मत जोड़िए । यह एक बड़ी भावनात्मक प्रक्रिया है पुरानी परंपराओं से नए भारत को जोड़ने की । इसको इतने ही सीमित अर्थ में देखना चाहिए । राजनीति अपनी जगह चलती है. सब अपनी सोचने की क्षमताओं के अनुसार रिएक्शन भी देते हैं और काम भी करते हैं ।

1272 सदस्यों के एकसाथ बैठने की व्यवस्था

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को संसद के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करेंगे ।  लोकसभा तथा राज्यसभा ने पांच अगस्त, 2019 को सरकार से संसद के नए भवन के निर्माण के लिए आग्रह किया था । इसके बाद 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद के नए भवन का शिलान्यास किया गया था. नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी और राज्यसभा में 384 सदस्य बैठ सकेंगे । संयुक्त सत्र के दौरान 1272 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी ।

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