नई दिल्ली । कोरोना काल के बाद अब पूरी दुनिया की निगाहें कोरोना की वैक्सीन पर टिकी हुई हैं । कई देशों में संस्थाएं अपनी वैक्सीन निर्माण के अंतिम चरण में हैं । वहीं मॉडर्ना और फाइजर ने तो वैक्सीन ट्रायल पूरे होने का दावा भी कर दिया है । दावा किया जा रहा है कि उनकी वैक्सीन 95% तक सुरक्षित है । इस सबके बीच कई कंपनियों ने इनका प्रोडक्शन भी शुरू कर दिया है । ऐसे में कई देशों ने अपने लोगों के लिए इन वैक्सीन की बुकिंग करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है । मिली जानकारी के अनुसार , भारत ने भी 150 करोड़ से अधिक डोज खरीदने के लिए एडवांस बुकिंग करा दी है ।
वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड-19 वैक्सीन डोज खरीद प्रतिबद्धता के मामले में भारत तीसरे नंबर पर है । भारत से पहले अमेरिका और यूरोपीय यूनियन का नंबर है । यह रिपोर्ट ड्यूक यूनिवर्सिटी के लॉन्च और स्केल स्पीडोमीटर इनिशिटिव पर आधारित है, जो निम्न आय वर्ग वाले देशों में हेल्थ इनोवेशन की पहुंच में बाधक बनने वाले वजहों का अध्ययन कर रहा है ।
इतना ही नहीं भारत ने भी 1.5 अरब से अधिक डोज खरीदने की पुष्टि की है । इससे पहले यूरोपीय यूनियन ने 1.2 अरब डोज और अमेरिका ने 1 अरब डोज की बुकिंग करवाई है । इससे साफ हो रहा है कि दुनिया के सबसे ताकतवर देश अपनी पूरी आबादी का एक से अधिक बार टीकाकरण करने की योजना बना रहे हैं , क्योंकि अमेरिका की जनसंख्या उनके द्वारा बुक की गई डोज से बहुत कम है ।