बाड़मेर । भारतीय वायुसेना ने गुरुवार को पाकिस्तान सीमा से महज40 किमी दूरी पर स्थित बाड़मेर के गंधव-बाखासर खंड में नेशनल हाईवे-925 पर अपना शक्ति परीक्षण किया। असल में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने नेशनल हाईवे-925 पर बने 'इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड (ELF)' का उद्घाटन करते हुए ही पाकिस्तान से सटी सीमा के करीब हाईवे पर लड़ाकू विमानों की लैंडिंग कर दुश्मन देशों को अपनी ताकत बताई । भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के सुखोई और जगुआर जैसे लड़ाकू विमानों ने इस दौरान हाईवे पर आपात लैंडिंग की व्यवस्था का जायजा लिया।
विदित हो कि NHAI ने भारतीय वायु सेना के लिए आपातकालीन स्थिति में विमान उतारने को ध्यान में रखते हुए एनएच-925ए के सट्टा-गंधव खंड के तीन किलोमीटर के हिस्से पर इस आपातकालीन पट्टी का निर्माण किया है । इस पट्टा का गुरुवार को दोनों केंद्रीय मंत्रियों ने उद्घाटन किया । तीन किमी लंबे इस ट्रैक का निर्माण 19 महीने में किया गया है । इसका निर्माण कार्य जुलाई 2019 में शुरू किया गया था और जनवरी 2021 में यह तैयार हो गया था
बता दें कि केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारतीय वायुसेना के स्पेशल विमान से यहां पहुंचे थे, जिसकी लैंडिंग इसी एयर स्ट्रिप पर की गई थी । इस परियोजना में आपातकालीन लैंडिंग पट्टी के अलावा कुंदनपुरा, सिंघानिया और बाखासर गांवों में वायु सेना/भारतीय सेना की आवश्यकताओं के अनुसार 3 हेलीपैड का निर्माण किया गया है, जो पश्चिमी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय सेना और सुरक्षा नेटवर्क के सुदृढ़ीकरण का आधार होगा
असल में इससे पहले अक्टूबर 2017 में, भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के लड़ाकू और परिवहन विमानों ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर मॉक लैंडिंग की थी ।