नई दिल्ली । भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर गतिरोध अपने चरम पर नजर आ रहा है । एक ओर जहां मॉस्को में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच बैठक हुई है । वहीं चीनी सेना पेंगोंग इलाके में अपनी संख्या बढ़ाती नजर आ रही है । LAC पर चीन की बदस्तूर जारी साजिशों को ध्यान में रखते हुए अब भारतीय जवानों को भी बड़ी संख्या में विवादित इलाके के पास तैनात कर दिया गया है । इतना ही नहीं भारतीय सेना ने अब 155 मिमी की होवित्जर और बोफोर्स तोप तैनात करने शुरू कर दिए हैं।
बता दें कि भारत और चीन के बीच पिछले 3 महीने से जारी गतिरोध खत्म होने के बजाए दिनों दिन और बढ़ता जा रहा है । चीन जहां बार बार साजिशों को अंजाम देते हुए भारतीय सीमा में प्रवेश करने के प्रयास कर रही है । वहीं पिछले कुछ दिनों में दोनों ओर से जवानों के बीच झड़प की खबरें बढ़ रही हैं । चीन कभी पहाड़ी इलाके से तो कभी नदी के रास्ते से भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की साजिश रच रहा है , जिसे भारतीय जवान बार बार नाकाम कर रहे हैं ।
इस बीच चीन ने पेंगोंग के फीगर -4 के पास अपने सैनिकों का जमावड़ा शुरू कर दिया है , जिसके बाद भारतीय सेना ने भी अपनी ओर जवानों की संख्या बढ़ाने के साथ ही होवित्जर और बोफोर्स तोप की तैनाती कर दी है ।
बोफोर्स तोप को इस विवादित इलाके में तैनात ऐसे समय में किया गया है जब चीन के सैनिक घुसपैठ की अपनी साजिशों को दिनों दिन बढ़ा रहे हैं । एलएसी पर इन दिनों करीब 40 हजार भारतीय जवान तैनात हैं, वहीं वायुसेना भी मुस्तैद है और अब होवित्जर तोप भी सरहद पर भेजे जा रहे हैं ।
इस दौरान भारत के पास एक बढ़त यह है कि इलाके की ऊंची चोटियों पर भारतीय जवानों ने पहले ही अपना कब्जा कर लिया है । माउंटेन वारफेयर के उस्ताद माने जाने वाले जवान चीन को सबक सीखाने के लिए तैयार हैं ।
विदित हो कि चीन भले ही अपने जवान, गाड़ियां और हथियार तैनात कर चुका है, लेकिन इन इलाकों में ऊंचाइयों पर भारत की पकड़ मजबूत होने से उसके पसीने छूट रहे हैं । भारतीय जवान ऊंचाइयों पर मौजूद हैं और वो चीनी सेना की हरकत पर हर वक्त नजर रख रहे हैं ।