नई दिल्ली । मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण ने सोमवार सुबह द्रौपदी मुर्मू को देश के 15वें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई । इस दौरान उन्होंने बतौर राष्ट्रपति अपने पहले संबोधन में कहा कि लोकतंत्र की शक्ति ने मुझे यहां तक पहुंचाया है । वह बोलीं - राष्ट्रपति के पद तक पहुंचना मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है ये भारत के प्रत्येक गरीब की उपलब्धि है । मेरे लिए बहुत संतोष की बात है कि जो सदियों से वंचित रहे, जो विकास के लाभ से दूर रहे, वे गरीब, दलित, पिछड़े तथा आदिवासी मुझ में अपना प्रतिबिंब देख रहे हैं । मैं आज समस्त देशवासियों को, विशेषकर भारत के युवाओं को और भारत की महिलाओं को ये विश्वास दिलाती हूं कि इस पद पर कार्य करते हुए मेरे लिए उनके हित सर्वोपरि होंगे ।
द्रौपदी मुर्मू ने अपने भाषण में कहा, 'मैं देश की ऐसी पहली राष्ट्रपति भी हूं जिसका जन्म आज़ाद भारत में हुआ है । हमारे स्वाधीनता सेनानियों ने आजाद हिंदुस्तान के हम नागरिकों से जो अपेक्षाएं की थीं उनकी पूर्ति के लिए इस अमृतकाल में हमें तेज गति से काम करना है । इन 25 वर्षों में अमृतकाल की सिद्धि का रास्ता दो पटरियों पर आगे बढ़ेगा- सबका प्रयास और सबका कर्तव्य ।
अपने संबोधन में वह बोलीं - मेरे इस निर्वाचन में पुरानी लीक से हटकर नए रास्तों पर चलने वाले भारत के आज के युवाओं का साहस भी शामिल है । ऐसे प्रगतिशील भारत का नेतृत्व करते हुए आज मैं खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही हूं । इस दौरान उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत की ओर काफी आशा भरी निगाहों से देख रही है । नई जिम्मेदारी मेरे लिए बड़े सौभाग्य की बात है ।
भाषण में आगे द्रौपदी मुर्मू ने कहा, '26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस भी है. ये दिन, भारत की सेनाओं के शौर्य और संयम, दोनों का ही प्रतीक है । मैं आज, देश की सेनाओं को तथा देश के समस्त नागरिकों को कारगिल विजय दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं देती हूं ।
इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद , उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मंत्रिपरिषद के सदस्य, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, राजनयिक मिशनों के प्रमुख, संसद सदस्य और सरकार के प्रमुख असैन्य एवं सैन्य अधिकारी समारोह में शामिल हुए । थोड़ी देर में राष्ट्रपति, ‘राष्ट्रपति भवन’ के लिए रवाना होंगी, जहां उन्हें एक ‘इंटर-सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया जाएगा और निवर्तमान राष्ट्रपति का शिष्टाचार सम्मान किया जाएगा ।