न्यूज डेस्क । उत्तराखंड के जोशीमठ स्थित कई घरों में आई दरारें के मामले की अभी सही से पड़ताल नहीं हो पाई है कि ऐसी ही दरारों का नया सिलसिला जम्मू कश्मीर के डोडा में नजर आने लगा है । यहां भी जोशीमठ की ही तर्ज पर कई घरों और सड़कों पर बड़ी बड़ी दरारें पड़ गई हैं, जिनमें रहना अब खतरे से खाली नहीं है । स्थानीय लोगों का कहना है कि यह दरारें दिसंबर में शुरू हुई थीं , जो धीरे धीरे भयंकर रूप लेती जा रही है । स्थानीय डीएम का कहना है कि इलाका घंस भी रहा है । इस दरारों को लेकर प्रशासन ने अपनी कार्यवाही शुरू कर दी है । इस बात की जांच की जा रही है कि आखिर इलाके में हुए विकास कार्यों के चलते यह हुआ है या पिछले दिनों इलाके में हुए भारी हिमपात के चलते इन घरों में दरारें आई है ।
बता दें कि पिछले दिनों उत्तराखंड के जोशीमठ में भूस्खलन और घरों - सड़कों पर भारी दरारों की तस्वीरें सामने आई थीं , जिसके बाद प्रशासन ने वहां के कुछ जर्जर हो चुके घरों को ढहा दिया । इतना ही नहीं दो होटलों को भी गिराया गया । इसके बाद अब जम्मू कश्मीर के डोडा में भी कुछ ऐसे ही हाल नजर आए हैं । यहां के 6 घरों में भी जोशीमठ की तर्ज पर बड़ी बड़ी दरारें आ गई हैं । स्थानीय लोगों का कहना है कि यह दरारें आने का सिलसिला दिसंबर से शुरू हुआ था , जो धीरे धीरे बढ़ती जा रही हैं ।
डोडा के जिलाधिकारी अतहर अमीन जरगर के अनुसार अब कल यानी 2 फरवरी तक 6 इमारतों में दरारें आईं हैं, लेकिन अब ये दरारें लगातार बढ़ रही हैं । दरारों के साथ ही ये इलाका नीचे की ओर धंस रहा है, इसका बचना मुश्किल है । वहीं सरकार की कोशिश है कि इसे यहीं रोक दिया जाए।
प्रशासन इस बात की पड़ताल में जुट गई है कि आखिर इन दरारों का कारण क्या है । कुछ लोगों का कहना है कि इलाके में हुए कुछ विकास कार्य इसका कारण हो सकते हैं या हाल के समय में यहां हुई भारी बर्फबारी भी इन दरारों का कारण बन सकती है । बहरहाल , जांच शुरू हो गई है ।