करनाल । किसानों की करनाल में महापंचायत ( Karnal Kisan Mahapanchayat ) के दौरान किसान नेताओं और प्रशासन के बीच हुई बातचीत सफल नहीं होने पर अब हजारों की संख्या में 'मिनी सचिवालय' की तरफ कूच किया है । इसमें किसान नेता राकेश टिकैत और गुरनाम सिंह चढूनी भी मौजूद हैं । भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के चीफ गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा- करनाल प्रशासन और किसान नेताओं के बीच बातचीत विफल हो गई है । हम अलग रणनीति मंडी में तय करेंगे । इस दौरान राकेश टिकैत ने ट्वीट करते हुए कहा है कि करनाल में सरकार किसानों की बातें सुन नहीं रही है । या तो खट्टर सरकार मांगें माने या हमें गिरफ्तार करे । हम हरियाणा की जेलें भरने को भी तैयार है।
विदित हो कि किसानों के आंदोलन के दौरान हुए लाठीचार्ज के विरोध में आज करनाल में किसानों ने एक महापंचायत का आह्वान किया था । इस दौरान हजारों किसान करनाल पहुंचे , जिसके चलते कल से ही इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं, वहीं करनाल में धारा 144 लागू की गई थी । इस सबके बावजूद वहां महापंचायत हुई । इस दौरान करनाल प्रशासन से किसान नेताओं ने अपनी मांगों को लेकर बातचीत की ।
हालांकि बात सफल नहीं होने की सूरत में अब बड़ी संख्या में किसानों ने मिनी सचिवालय की ओर कूच किया है । इधर, किसानों के महामार्च को देखते हुए प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए हैं ।
करनाल स्थित नई मंडी में अलग-अलग जिलों से किसान जत्थे के साथ पहुंच रहे हैं । किसानों ने इस बात की घोषणा की है कि अनाज मंडी से होते हुए जिला सचिवालय की ओर रुख करेंगे ।
इससे इतर , महापंचायत को देखते हुए कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंदल और पानीपत में भड़काऊ बयानों और अफवाहों को रोकने के प्रयासों के तहत मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है ।