नई दिल्ली । कृषि बिलों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों ने एक बार फिर से अपना यू टर्न ले लिया है । अब तक 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकालने की जिद पर अड़े किसान अब किसी भी शर्त के साथ इस परेड को करने पर अड़ गए हैं । हालांकि इन किसानों सशर्त ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमित दे दी गई गहै , लेकिन अब किसान नेताओं का कहा है कि उन्हें कोई शर्त मंजूर नहीं है । किसान नेता सुखविंदर सिंह ने कहा कि उन्हें परेड के लिए जो अऩुमित मिली है , वो सही नहीं है । वहीं भाकियू के किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमारी इस परेड के दौरान अगर किसी ने कोई गड़बड़ की तो हमारे झंडे में डंडे भी लगे हुए हैं, उसी से उन्हें सुधारा जाएगा । वही दिल्ली के सिंघु बॉर्डर के पास एक लावारिस बैग मिला है, जिसके बाद यहां हड़कंप मच गया ।
बता दें कि कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों को गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर रैली निकालने की इजाजत मिल गई है । हालांकि यह इजाजत सशर्त है , जिसमें दोपहर 12 बजे के बाद राजपथ पर परेड खत्म होने के बाद ट्रैक्टर परेड करने की इजाजत होगी। इसी को लेकर दिल्ली की सुरक्षा काफी सख्त कर दी गई है । किसानों को कुछ निश्चित रूट पर एंट्री की इजाजत मिली है।
बता दें कि किसानों की ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) का पहला रूट दिल्ली के सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) से केएमपी एक्सप्रेसवे तक होगा और फिर किसान वापस सिघु बॉर्डर लौट आएंगे । रैली का यह पूरा रूट करीब 62-63 किलोमीटर को होगा, जो संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, कंजावला, बवाना और चंडी बॉर्डर से गुजरेगी ।
वहीं किसानों की दूसरी रैली (Tractor Rally) टिकरी बॉर्डर से निकलेगी, जो वेस्टर्न पेरीफैरियल एक्सप्रेसवे तक जाएगी । इस रूट की लंबाई करीब 63 किलोमीटर की होगी, जो नागलोई, नजफगढ़ और जाड़ौदा से गुजरेगी. तीसरे रूट पर किसानों की रैली गाजीपुर से निकलकर 56 फूट रूट तक जाएगी । यह रूट करीब 46 किलोमीटर को होगा और रैली अप्सरा बॉर्डर, हापुड़ रोड, केजीटी एक्सप्रेसवे से गुजरेगी ।
इसी क्रम में दिल्ली के सिंघु बॉर्डर के पास एक लावारिस बैग मिला है, जिसके बाद यहां हड़कंप मच गया । जहां ये बैग मिला है, उससे कुछ ही दूरी पर किसानों का जमावड़ा है । सूचना मिलने के बाद बम स्क्वायड और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची ।