इंदौर । मध्य प्रदेश में सोमवार सुबह इंदौर से पुणे के लिए चली एक बस रास्ते में दुर्घटनाग्रस्त हो गई । अनियंत्रित होकर यह बस धार जिले में एक पुल के ऊपर से नीचे नर्मदा नदी में गिर गई । इस हादसे में बस में सवार 13 यात्रियों की मौत की पुष्टि स्थानीय प्रशासन की ओर से कर दी गई है । इस घटना पर राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि करीब 15 लोगों को जिंदा निकाल लिया गया है , वहीं कहा जा रहा है कि करीब 20 -25 लोगों के तेज बहाव के बीच लापता होने की खबर हैं , जिन्हें खोजने के लिए गोताखोरों की टीम जुटी हुई है । हालांकि लापता लोगों और बचाए गए लोगों को लेकर कोई पुष्टि नहीं हुई है । असल में बचाए गए लोगों और नदी में बहे लोगों की खबर का भ्रम कैबिनेट मंत्री के बयान से हुआ है , जिसपर अभी आधिकारिक पुष्टि होना बाकि है ।
ख़बर के मुताबिक, यह हादसा एबी रोड हाईवे पर हुआ है । यह हाईवे इंदौर से महाराष्ट्र को जोड़ता है । घटनास्थल इंदौर से करीब 80 किलोमीटर की दूरी है , जिस जगह संजय सेतु पुल से ये बस गिरी, वह राज्य के 2 जिलों धार और खरगोन की सीमा पर बना है । सुबह 10 बजे के करीब महाराष्ट्र रोडवेज की एक बस अनियंत्रित होकर नदी के कटाव पर गिरी , जिससे बस में सवार यात्री गंभीर रूप से चोटिल हो गए । इसके बाद बस पलटकर नदी में गिर गई ।
बस के छत के बल गिरने के चलते कई यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई , जबकि इस दौरान कुछ लोगों को बस से छटककर बाहर गिरने की भी खबर है । स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन को घटना की सूचना दी , जिसके बाद से बचाव टीम राहत कार्य में जुटी हुई है । अभी तक प्रशासन की ओर से 13 लोगों के शव निकालने की पुष्टि कर दी गई है , जबकि कहा जा रहा है कि कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं , जिसके चलते मरने वालों का आंकड़ा बढ़ेगा । वहीं अभी करीब 20-25 लोग लापता बताए जा रहे हैं , जिनकी खोज के लिए गोताखोरों की टीम काम में जुट गई है ।
इस घटना पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस हादसे पर दुख जताया है. मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्विटर पर लिखा है, ''मैंने खरगोन कलेक्टर से फोन पर पुनः चर्चा कर रेस्क्यू ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी ली है. मुख्यमंत्री सचिवालय भी रेस्क्यू ऑपरेशन में खरगोन, धार और इंदौर जिला प्रशासन के सतत संपर्क में है।''
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने इस घटना पर कहा- धार जिले में खलघाट में नर्मदा नदी में सवारियों से भरी एक बस के गिरने की दुखद जानकारी मिली है । मैं सरकार और प्रशासन से मांग करता हूं कि युद्ध स्तर पर बचाव कार्य कर लोगों को राहत प्रदान पहुंचाने का काम किया जा सके ।