प्रयागराज । महंत नरेंद्र गिरी की मौत के मामले को लेकर अब हर दिन नए नए चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं । अब महंत की कॉल डिटेल खंगालने पर सामने आया है कि खुदकुशी वाले दिन महंत को कुल मिलाकर 35 कॉल आई थी , जिसमें से हरिद्वार के कुछ लोगों समेत 15 कॉल पर उनकी लोगों से बात हुई थी । खास बात यह है कि इस दौरान उन्हें कुछ कॉल दो बिल्डरों की भी आई थी । कुछ संपत्ति के विवाद के बीच खुदकुशी से पहले बिल्डरों की कॉल आने से अब जांच को एक नया एंगल मिल गया है । इस सबके बीच सीबीआई की एक टीम जांच के लिए प्रयागराज पहुंच गई है । वहीं प्रयागराज कोर्ट ने इस मामले मे गिरफ्तार किए गए आनंद गिरी और आद्या तिवारी को जेल में सुरक्षा मुहैया करवाने की बात कही है ।
क्यों किया बिल्डरों ने फोन
महंत के फोन का कॉल रिकॉर्ड खंगालने पर सामने आया कि खुदकुशी वाले दिन उन्हें दो बिल्डरों , हरिद्वार के कुछ लोगों समेत कुल मिलाकर 35 कॉल आई थीं। ऐसे में अब हरिद्वार से कॉल करने वाले लोगों के साथ ही उन दो बिल्डरों से पूछताछ की जाएगी , जिन्होंने कॉल की थी । उनसे कॉल करने के कारणों की पूछताछ की जाएगी ।
क्या बेची गई जमीन है खुदकुशी का कारण!
विदित हो कि महंत नरेंद्र गिरी ने अल्लापुर जहां उनका बाघंबरी गद्दी है , उसके आसपास की काफी जमीन नेताओं , बिल्डरों को बेच दी थी । कुछ लोगों का कहना है कि आनंद गिरी और महंत नरेंद्र गिरी के बीच मनमुटाव का यही सबसे बड़ा कारण था । महंत नरेंद्र गिरी पर अरबों रुपये की जमीन इन बिल्डरों और नेताओं को बेचने के आरोप भी लगे हैं । हाल में मठ की गौशाला वाली जमीन पर पेट्रोल पंप खोलने को लेकर आनंद गिरी और नरेंद्र गिरी के बीच बात हुई थी , लेकिन अंतिम समय में महंत ने ये जमीन लीज पर देने से मना कर दिया । हाल में यह दोनों के बीच सबसे बड़े गतिरोध का कारण बना ।
हाल में करवाई गई थी दोनों में सुलह
महंत नरेंद्र गिरी और उनके शिष्य आनंद गिरी के बीच जारी मनमुटाव को खत्म करने के लिए कुछ समय पहले ही कुछ पुलिस अफसरों के साथ अन्य लोगों ने बातचीत करवाई थी । आनंद गिरी ने अपने गुरू पर जमीन बेचने , धन का दुरुपयोग करने के आरोप लगाए थे , जिसके चलते महंत ने उसे निरंजनी अखाड़े से निष्कासित कर दिया था । इतना ही नहीं हनुमान मंदिर में भी प्रवेश बंद करवा दिया था । हालांकि बाद में आनंद गिरी ने अपने कहे पर माफी मांगते हुए गुरु के पैर पकड़कर क्षमा मांग ली थी ।
सीबीआई की पांच सदस्यीय टीम पहुंची
इस बीच सीबीआई की एक पांच सदस्यीय टीम प्रयागराज पहुंच गई है । इस टीम ने इस केस में मुकदमा दर्ज करवा दिया है । इसके साथ ही कोर्ट ने इस मामले में गिरफ्तार आनंद गिरी और आद्या तिवारी को जेल में सुरक्षा मुहैया करवाने की बात कही है ।