मुंबई । महाराष्ट्र में वसूली कांड के साथ ही पोस्टिंग - ट्रांसफर को लेकर मचे घमासान पर अब सियासी उबाल चरम पर पहुंच गया है । राज्य में पोस्टिंग-ट्रांसफर के मामले को लेकर पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह की चिट्ठी के बाद अब पूर्व इंटेलिजेंस कमिश्नर रश्मि शुक्ला से जुड़े पत्र के सामने आने पर सियासत गर्मा गई है । वहीं परमवीर सिंह की याचिका पर सुनवाई करने से सुप्रीम कोर्ट ने मना कर दिया है , आप पहले हाईकोर्ट जाएं । इससे इतर , पूर्व सीएम देवेंद्र फणनवीस ने केंद्रीय गृह सचिव से मुलाकात कर उन्हें सीलबंद लिफाफे में पोस्टिंग ट्रांसफर मामले से जुड़े कुछ सबूत सौंपे हैं।
फडणवीस ने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की । उन्होंने कहा कि सचिन वाजे और वसूली केस में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे चुप हैं, एक शब्द भी वो नहीं बोले, शरद पवार ने दो बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बात छिपाने की कोशिश की, ये महाविकास अघाड़ी नहीं महावसूली अघाड़ी सरकार है ।
परमवीर की अर्जी खारिज
अपने ट्रांसफर के साथ ही कई शिकायतों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पहुंचे मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह की याचिका पर सुनवाई करने से शीर्ष अदालत ने मना कर दिया है । सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आप पहले हाईकोर्ट क्यों नहीं गए । कोर्ट ने कहा कि सही में शिकायक काफी गंभीर है , लेकिन आपको हाईकोर्ट जाना चाहिए ।
भाजपाई राज्यपाल से मिले
वहीं मौजूदा घटनाक्रम के बीच पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की । इस दौरान कुछ अन्य भाजपा नेता मंगल प्रभात लोढ़ा, जय कुमार रावल, चंद्रकांत पाटिल, राधाकृष्ण विखे पाटिल भी राज्यपाल से मिले । इस मुलाकात के बाद पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस ने पूरे मामले में चुप्पी साध ली है, उसको बताना चाहिए कि उसे कितना हिस्सा मिल रहा है, आज हमने राज्यपाल से मुलाकात करके सभी बातें बताई । अगर मुख्यमंत्री ने चुप्पी साधी है तो संवैधानिक प्रमुख होते हुए राज्यपाल को अपनी जिम्मेदारी संभालनी चाहिए और मुख्यमंत्री को बोलने के लिए विवश करना चाहिए, इस पूरी घटना पर राज्यपाल से रिपोर्ट तलब करनी चाहिए ।
सचिन वाजे केस में एक और खुलासा
वहीं एंटीलिया केस में गिरफ्तार सचिन वाजे को लेकर एक नया खुलासा हुआ है । NIA की जांच में सामने आया है कि वाजे ने अपना फेक आधार कार्ड बनवाया था । इस आधारकार्ड में तस्वीर वाजे की ही थी, लेकिन उनके नाम की जगह 'सुशांत सदाशिव खामकर' लिखा था । NIA को आधार कार्ड की कॉपी ट्राईडेंट होटल से मिली है।
नई चिट्ठी से गरमाई राजनीति
मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह की चिट्ठी पर सियासत में ''भूचाल'' आने के बाद एक नई चिट्ठी सामने आई है , जिसमें अगस्त 2020 में तत्कालीन इंटेलिजेंस कमिश्नर रश्मि शुक्ला ने डीजीपी को खत लिखकर ट्रांसफर पोस्टिंग में दलाली के आरोप लगाए थे । रश्मि शुक्ला की चिट्ठी पर फडणवीस ने आरोप लगाया कि उद्धव को इसकी जानकारी थी । वहीं नवाब मलिक ने पलटवार करते हुए रश्मि शुक्ला को बीजेपी का एजेंट बताया ।