नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के पहले कैबिनेट विस्तार पर अंतिम मुहर लगाने के लिए मंगलवार शाम 5 बजे बुलाई गई बैठक को दोपहर में रद्द कर दिया गया है । मिली जानकारी के अनुसार , इस बैठक में कैबिनेट विस्तार और फेरबदल को लेकर कुछ अहम फैसलों पर मुहर लगानी थी । भाजपा के आला नेतृत्व ने आज कुछ नेताओं को दिल्ली तलब भी किया है , जिसके बाद शाम को इस बैठक में उन नेताओं को कैबिनेट में जगह देने और उनके पद को लेकर मंथन करना था ।
बता दें कि मोदी कैबिनेट के विस्तार और कुछ मंत्रियों के फेरबदल को लेकर मंगलवार शाम पीएम मोदी के साथ भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व की एक बैठक बुलाई गई थी । इस बैठक को अब अंतिम समय में टाल दिया गया है । हालांकि अभी इस बैठक के रद्द करने के कारणों का पता नहीं चला है ।
इससे इतर , इस तरह की खबरें हैं कि आगामी एक दो दिनों में कैबिनेट विस्तार और फेरबदल का ऐलान कर दिया जाएगा । करीब 20- 22 नए नेता कैबिनेट मंत्री की शपथ लेंगे । सूत्रों का कहना है कि 8 जुलाई वह दिन हो सकता है , जिस दिन सरकार की ओर से मंत्रिमंडल विस्तार का ऐलान किया जाए ।
वहीं मंलगवार को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया , बिहार से पशुपति प्रसाद पारस और महाराष्ट्र से नारायण राणे को दिल्ली तलब किया गया है , जिनकी आज दोपहर जेपी नड्डा के साथ बैठक हैं ।
ऐसी जानकारी है कि कैबिनेट में इस समय 53 मंत्री हैं, जिनमें से कई के बाद कई कई विभाग हैं । ऐसे में इन मंत्रियों का बोझ कम करके इस बार नए मंत्रियों को नई जिम्मेदारी दी जा सकती है । बता दें कि इस समय प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, नितिन गडकरी, हर्षवर्धन, नरेंद्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, स्मृति ईरानी और हरदीप सिंह पुरी के पास एक से ज्यादा प्रभार हैं , जिनसे कुछ विभागों को लेकर नए मंत्रियों को दिया जाएगा।
आपको बता दें कि वर्तमान में केंद्रीय मंत्रिमंडल में 53 मंत्री हैं । इसका विस्तार करके इसमें 81 सदस्य हो सकते हैं ।
- सूत्रों का कहना है कि इसमें यूपी से तीन मंत्री शामिल किए जा सकते हैं । इनमें अपना दल से अनुप्रिया पटेल भी एक हैं ।
- वहीं बिहार से 2-3 नेताओं को मंत्री पद दिया जा सकता है ।
- मध्य प्रदेश से एक से दो मंत्री बनाए जाएंगे ।
- बात महाराष्ट्र की करें तो वहां से भी एक से दो मंत्री लिए जाएंगे ।
- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख से एक-एक मंत्री को जगह दी जाएगी ।
- इसी क्रम में राजस्थान से एक मंत्री को कैबिनेट में जगह मिलेगी ।
- इसी तरह असम , पश्चिम बंगाल और ओडिशा से एक -2 नेताओं को कैबिनेट का हिस्सा बनाया जाएगा ।