नई दिल्ली । मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में अब कैबिनेट विस्तार की चर्चाएं जोरों पर हैं । ऐसी खबर मिल रही है कि बुधवार को मोदी कैबिनेट का विस्तार हो सकता है , जिसमें 20 नए नेताओं को कैबिनेट का हिस्सा बनाया जा सकता है । वहीं इस समय कैबिनेट में मौजूद कुछ लोगों को बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है । हालांकि सूत्रों का कहना है कि आगामी यूपी चुनाव को ध्यान में रखते हुए इस कैबिनेट विस्तार की रूपरेखा बनाई गई है । कैबिनेट विस्तार के ऐलान से पहले जहां कई सहयोगी दलों के नेताओं को दिल्ली बुलाकर पार्टी नेतृत्व ने उनकी चर्चा की है , वहीं कुछ नेताओं को आज दिल्ली तलब किया गया है । खुद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हिमाचल दौरे से आज दिल्ली लौट रहे हैं ।
सहयोगी दलों के नेताओं को मौका
विदित हो कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में अब कैबिनेट विस्तार का समय आ गया है । लंबे समय से इस तरह की अटकलें चल रही थी कि भाजपा के सहयोगी दलों के नेताओं को कैबिनेट में जगह मिल सकती है , ताकि गठबंधन में किसी तरह की कोई समस्या न हो । इससे इतर , यूपी में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए और बिहार में एनडीए के घटक दलों के बीच जारी गतिरोध के बीच कैबिनेट विस्तार की रूपरेखा तैयार की जा रही है ।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिलेगा मंत्री पद!
सूत्रों का कहना है कि इस बार कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी कैबिनेट में जगह मिलने जा रही है । उन्होंने मंगलवार को दिल्ली बुलाया गया है , जिसके लिए वह अपना मध्य प्रदेश का दौरा बीच में छोड़कर पहुंचे हैं ।
लोजपा में हलचल पर है ध्यान
इसी क्रम में बिहार में एनडीए के साथी दल लोजपा में मुखिया पद को लेकर चाचा पशुपति प्रसाद पारस और भतीजे चिराग पासवान के बीच जारी गतिरोध को ध्यान में रखते हुए कैबिनेट विस्तार में पार्टी से भी एक को कैबिनेट में जगह दी जा सकती है । खबर है कि पशुपति पारस को कैबिनेट में जगह दी जा सकती है । क्योंकि चिराग के बागी तेवर अपनाने के बावजूद वह एनडीए के साथ ही जुटे थे । इसका उन्हें इनाम दिया जा सकता है , वहीं यह भी संभव है कि उन्हें कैबिनेट में जगह देकर जहां उनका कद बढ़ाया जाएगा , वहीं पार्टी के प्रमुख पद को लेकर भतीजे चिराग के साथ जारी गतिरोध को भी खत्म किया जा सकता है । इससे चिराग पासवान भी भाजपा के फैसले का स्वागत करके फिर से एनडीए के साथ खड़ा हो सकता है ।
अपना दल और निषाद पार्टी को भी मौका संभव
बहरहाल , यूपी के भी कई नेताओं के नाम इस कैबिनेट विस्तार को लेकर सुर्खियों में हैं । इन्हें एक हैं अपना दल की अनुप्रिया पटेल , जिन्हें फिर से कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है । इसके साथ ही निषाद पार्टी के खाते में भी एक कैबिनेट मंत्री का पद जा सकता है । इन दलों के नेताओं ने हाल में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात भी की थी ।
नारायण राणे को दिल्ली बुलाया गया
इसके साथ ही महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल के नेताओं को भी कैबिनेट का हिस्सा बनाया जा सकता है । पिछले दिनों बंगाल विधानसभा चुनावों में भाजपा ने उम्दा प्रदर्शन किया, लेकिन ममता बनर्जी के प्रचंड बहुमत के आगे उसे अनदेखा कर दिया गया । इस सबके बीच बंगाल भाजपा के कोटे से भी कैबिनेट मंत्री का पद किसी को मिल सकता है । अगर बात महाराष्ट्र की करें तो वहां के वरिष्ठ नेता नारायण राणे को भी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के ऑफिस से फोन करके दिल्ली बुलाया गया है । हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें कैबिनेट विस्तार से संबंधित कोई जानकारी नहीं है ।
रिपोर्ट कार्ड के आधार पर कई के कतरे जाएंगे पर
वहीं खबर यह भी है कि सरकार में रहकर बेहतर काम नहीं करने वाले कुछ मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है । ऐसे मंत्री जिनका रिपोर्टकार्ड ठीक नहीं होगा , उन्हें नए लोगों से बदला जाएगा । ऐसी सूचना मिल रही है कि कैबिनेट विस्तार में करीब 20 नेताओं को मौका मिल सकता है , वहीं बाहर का रास्ता दिखाए जाने वाले नेताओं की भी कमी नहीं होगी ।