नई दिल्ली । मानसून के आने के साथ ही एक बार फिर से देश के कई राज्यों में लोगों को ''जल प्रलय'' का सामना करना पड़ रहा है । जहां गुजरात में लोगों को आसमानी आफत झेलनी पड़ रही है , वहीं मुंबई में भी सब पानी पानी हो गया है । कुछ ऐसा ही आलात मध्य प्रदेश के हैं , जहां नदियों का पानी खतरे के निशान से बहुत ऊपर बह रहा है । उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भी लगातार आफतें लोगों का पीछा नहीं छोड़ रही हैं , तो कुछ ऐसा ही हाल दूसरे पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश का है । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हो रही बारिश ने जाम और जलजभाव की स्थिति पैदा कर दी है । कुछ ऐसे ही हालात यूपी के कुछ शहरों के भी हैं , जहां निचले इलाकों में पानी भर गया है । इस सबके बीच मौसम विभाग ने कई राज्यों में तो येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है । मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक ऐसी ही स्थिति रहने की आशंका जताई है । केरल और हरियाणा में भी हालात खराब ही हैं ।
150 से ज्यादा लोगों की मौत
देश के कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है । गुजरात से लेकर महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक समेत मध्य प्रदेश में बारिश और बाढ़ के चलते अब तक 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है । वहीं महाराष्ट्र के 6 जिलों में मौसम का रेड अलर्ट है ।
गुजरात में तबाही का मंजर
एक बार फिर से मानसून के आने के साथ ही गुजरात में भी तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है । राज्य में बाढ़ के चलते अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है । हालांकि गुजरात में 16 जुलाई तक भारी बारिश के आसार हैं। अभी आलम यह है कि जामनगर, कच्छ, मोरबी, नर्मदा, नवासारी, सूरत गुजरात के अलग-अलग जिलों में हालात बिगड़ते जा रहे हैं । भारी बारिश की वजह से गुजरात के तापी का डोसवाड़ा डैम ओवर फ्लो होने लगा है जिसके चलते पानी का पानी आसपास के गांवों को डुबोने लगा है जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं । लिहाजा प्रशासन ने आसपास के 12 गांवों के पानी भरने का खतरा मंडरा रहा है ।
गुजरात में भारी बारिश के बीच नवसारी के कई हिस्से तेजी से जलमग्न हो रहे हैं जिससे लोगों और जानवरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । अहमदाबाद में भारी बारिश और बाढ़ जैसे बने हालात के बाद म्युनिसिपल के सभी स्कूल आज बंद किए गए हैं । गुजरात में भारी बारिश के बीच नवसारी के कई हिस्से तेजी से जलमग्न हो रहे हैं जिससे लोगों और जानवरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।
मुंबई में आसमानी आफत
इसी क्रम में महाराष्ट्र के कई जिलों में बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है । इसी कड़ी में बीएमसी ने ट्वीट कर बताया कि शहर और उपनगरों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है । मुंबई भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र ने जानकारी दी है कि अगले 3-4 घंटों के दौरान मुंबई, पालघर, ठाणे, रायगढ़, पुणे के घाट क्षेत्रों और सतारा, नांदेड़, हिंगोली, परभणी, लातूर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर मध्यम से तीव्र बारिश होने की संभावना है । आईएमडी ने महाराष्ट्र के कोल्हापुर, पालघर, नासिक, पुणे और रत्नागिरी जिलों के लिए 14 जुलाई तक भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। मुंबई के लिए अगले 3 दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है । अधिकारियों ने बताया कि नासिक जिले में भारी बारिश जारी है जिससे कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है एवं गोदावरी में नदीतल पर स्थित मंदिर डूब गये हैं । भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 14 जुलाई तक नासिक के लिए रेडअलर्ट जारी किया है और अगले 24 घंटे में 20 सेंटीमीटर से अधिक वर्षा होने का अनुमान व्यक्त किया है । पूर्वी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में पिछले तीन दिनों में तीन व्यक्ति उफनते नाले के तेज प्रवाह में बह गये और बाद में उनके शव मिले ।
मुंबई में कल रात से भारी बारिश हो रही है. महाराष्ट्र के पालघर, नासिक, पुणे, रायगड, रत्नागिरी, कोल्हापुर के लिए रेड अलर्ट जारी किया हुआ है । इन जिलों की ज्यादातर नदियां उफान पर हैं। वहीं, ठाणे, सतारा, सिंधुदुर्ग, औरंगाबाद, जालना, चंद्रपुर और गढ़चिरौली के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है।
दिल्ली एनसीआर में बारिश से राहत भी आफत भी
देश की राजधानी दिल्ली में आज यानी मंगलवार सुबह कई हिस्सों में बारिश हुई, जिसके बाद राजधानी- एनसीआर का मौसम सुहाना हो गया । बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई , वहीं जाम और जल जमाव की समस्या से भी जूझने को मजबूर कर दिया है । दिल्ली के कई इलाकों के अलावा नोएडा, गाजियाबाद व आसापास के क्षेत्रों में बारिश हो रही है । मौसम विभाग ने दिल्ली एनसीआऱ में तेज हवा के साथ हल्की बारिश की भविष्यवाणी की है।
देहरादून पर भारी अगले 48 घंटे
उचत्तराखंड में भी बारिश ने मौसमी नालों के साथ ही नदियों में पानी की रफ्तार को इस कदर बढ़ा दिया है कि आम आदमी इन्हें पार करने से घबरा रहा है । बीते हफ्ते में प्रदेश भर में भारी बारिश के बाद पहाड़ों में अभी अच्छी बारिश का दौर जारी है और कुमाऊं में अभी दो दिन और अलर्ट रहने की ज़रूरत है । पहाड़ों पर लगातार रुक रुककर हो रही बारिश का नतीजा यह है कि पूरे उत्तराखंड में 6 स्टेट हाईवे समेत कम से कम 135 सड़कें ठप हैं ।. बद्रीनाथ और यमुनोत्री नेशनल हाईवे के बार बार बंद होने से हज़ारों चार धाम यात्री फंसे हुए हैं ।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक आज 12 जून से उत्तराखंड में बारिश में कुछ राहत मिलेगी, लेकिन देहरादून, बागेश्वर और पिथौरागढ़ समेत कुमाऊं में कहीं कहीं बहुत भारी बारिश हो सकती है । हालांकि चमोली, उत्तरकाशी, चंपावत, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ ज़िलों में आज सुबह बारिश होने की खबरें हैं ।
मध्य प्रदेश में सब पानी पानी
मध्य प्रदेश के रायसेन का बारना डैम भारी बारिश के चलते ओवर फ्लो करने लगा है। सोमवार को डैम के 6 गेट खोल दिए गए जिससे आसपास के इलाके पानी में डूब गए। डैम से पानी छोड़े जाने की वजह से नेशनल हाइवे 145 पर बना पुल पानी में डूब गया है। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 52 में से 33 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया, जबकि लगातार बारिश के बीच आकाशीय बिजली गिरने से पिछले 24 घंटे में सात लोगों की जान चली गई । एक जून से अब तक राज्य भर में ऐसी घटनाओं से मरने वालों की संख्या 60 हो गई । भोपाल में पिछले 48 घंटे में 9 इंच बारिश हो चुकी है।
ऐसा ही हाल इंदौर का है। शहर में रविवार से सोमवार देर रात तक साढ़े तीन इंच बारिश हो चुकी है। सोमवार को सबसे ज्यादा बारिश छिंदवाड़ा के सौंसर में हुई, जहां 9 इंच पानी गिरा। विदिशा में 8 इंच, अलीराजपुर में 7 और पिपरिया में 6 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। तेज और ज्यादा बारिश की वजह से इन शहरों में कई जगह पानी भर गया।
असम में 3.79 लाख से अधिक लोग प्रभावित
असम के 10 जिलों में 3.79 लाख से अधिक लोग अब भी बाढ़ की चपेट में हैं । असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार, दिन के दौरान डूबने से किसी की मौत नहीं हुई, इस साल बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 192 है ।