हाथरस । यूपी के हाथरस में कथित गैंगरेप कांड को लेकर मचा हो हल्ला पिछले कुछ दिनों से शांत हो गया है । विपक्षी दलों का हंगामा उन खुलासों के बाद हल्का पड़ा है , जिसमें साफ हुआ है कि हाथरस कांड की आड़ में वहां और पूरे यूपी में दंगों की साजिश रची गई थी । इस मामले में विदेशी फंडिंग का खुलासा भी प्रवर्तन निदेशालय ने किया है । इस सबके बाद एक और बड़ा खुलासा इस मामले को लेकर हुआ है । सामने आया है कि एक महिला जो पीड़िता की फर्जी रिश्तेदार बनकर उनके घर में रह रही थी , असल में वह पीड़ित परिवार को भड़काने और पुलिस -एसआईटी को क्या बयान देना है , इस बारे में बताती थी । ऐसी भी खबरें हैं कि इस महिला का नक्सली कनेक्शन भी है । पुलिस अब इस महिला की तलाश कर रही है ।
राजस्थान में जिंदा जलाए गए पंडित के अंतिम संस्कार से परिजनों का इनकार , राज्यपाल ने सीएम गहलोत से की बात
हाथरस कांड में शनिवार को नक्सल कनेक्शन (Naxal Connection) का मामला भी सामने आया है । एसआईटी की टीम मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली महिला की तलाश में जुटी है । ऐसी खबरें हैं कि महिला खुद को पीड़ित परिवार की रिश्तेदार बता रही थी और पुलिस और एसआईटी को लगातार बयान दे रही है ।
वह खुद को पीड़ित की भाभी बता रही थी। 16 सितंबर से लेकर 22 सितंबर तक पीड़िता के घर में रहकर नक्सली महिला बड़ी साजिश रच रही थी । पुलिस का दावा है कि वह महिला पीड़ित परिवार को बरगला रही थी । तथाकथित रिश्तेदार डॉ. राजकुमारी पीड़ित परिवारों को बरगलाते हुए देखी गई है । केवल दलित होने के नाते परिवार के लोगों को भरोसे में लेकर यह महिला पिछले कई दिनों से पीड़ित परिवार के साथ गांव में रह रही थी । महिला खुद को जबलपुर मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर बता रही थी ।
देवरिया में तैनात यातायात पुलिस के सब इंस्पेक्टर को सलाम करें , मासूम को बचाने के लिए नाले में लगाई छलांग
पुलिस के अनुसार , वह लगातार रिश्तेदार को लगातार बता रही थी कि मीडिया में क्या बयान देना है । वह लगातार पीड़ित परिजनों को लगातार गाइड कर रही थी । हाल में महिला को जब इस बात का शक हुआ कि उसपर निगरानी रखी जा रही है तो वह गांव से चुपचाप खिसक गई है । इस महिला की कॉल डिटेल में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं , पुलिस इस महिला को अब तलाश कर रही है ।