नई दिल्ली । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA ) और प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार देर रात देश के विवादित संगठन पॉपुलर फ्रंड ऑफ इंडिया यानी पीएफआई के ठिकानों पर ताबड़तोड़ रेड मारी । देश के 11 राज्यों में हुई यह रेड पीएफआई के खिलाफ होने वाले सबसे बड़ा एक्शन है , जिससे टेरर फंडिंग से जुड़े इस संगठन की कमर तोड़ने की कोशिश की गई है । जांच एजेंसी ने इस ऑपरेशन मिडनाइट के लिए बड़ी तैयारी की थी , वहीं इस पूरे ऑपरेशन पर नजर रखने के लिए 6 कंट्रोल रूम बनाए हैं । एनआईए ने अब तक पीएफआई के 106 लोगों को गिरफ्तार किया है , जिसमें संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमा सलाम , दिल्ली चीफ परवेज अहमद , राष्ट्रीय सचिव समेत कई बड़े नेता शामिल हैं । इनके पास से काफी आपत्तिनजक दस्तावेज मिलने की जानकारी मिली है । इस समय गृहमंत्री अमित शाह गृह सचिव समेत एनआईए और एनएसए के डीजी के साथ इस मुद्दे पर एक बैठक कर रहे हैं ।
कई दफ्तर किए गए सील
जांच एजेंसी के इस एक्शन के बाद देश में कई जगहों पर पीएफआई के दफ्तरों से अहम दस्तावेज जब्त करने के बाद उनके दफ्तरों को सील कर दिया है । दिल्ली में भी शाहीन बाग स्थित पीएफआई के दफ्तर पर छापा मारकर वहां काम करने वाले लोगों को भी हिरासत में लिया गया है । इन लोगों से पूछा जाएगा कि आखिर खाड़ी देशों से मिलने वाले फंड का पैसा यह किस काम पर खर्च करते थे ।
खाड़ी देशों से आने वाले पैसे की जानकारी मांगेंगे
असल में पीएफआई को खाड़ी देशों से काफी फंड मिलता था , लेकिन पीएफआई इस पैसा का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों के लिए कर रहा था । जानकारी के मुताबिक , इस पैसे का सबसे ज्यादा उपयोग देश विरोधी मुद्दों को उठाने और धरना प्रदर्शन करने के साथ की टेरर फंडिंग के लिए किया गया ।
पहले से चल रहा है ऑपरेशन
विदित हो कि एनआईए ने इस महीने की शुरुआत में भी पीएफआई मामले में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में 40 स्थानों पर छापेमारी की और चार लोगों को हिरासत में लिया था । एजेंसी ने तब तेलंगाना में निजामाबाद जिले के अब्दुल खादर और 26 अन्य व्यक्तियों से संबंधित मामले में तेलंगाना में 38 स्थानों (निजामाबाद में 23, हैदराबाद में चार, जगत्याल में सात, निर्मल में दो, आदिलाबाद और करीमनगर जिलों में एक-एक) और आंध्र प्रदेश में दो स्थानों (कुरनूल और नेल्लोर में एक-एक) पर तलाशी ली थी । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस ऑपरेशन में डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज, दो खंजर और 8,31,500 रुपये नकद सहित आपत्तिजनक सामग्री जब्त की थी । एनआईए के अनुसार, आरोपी आतंकवादी कृत्यों को करने के लिए प्रशिक्षण देने और धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के लिए शिविर आयोजित कर रहे थे ।