पटियाला । पंजाब के पटियाला में खालिस्तान विरोधी एक जुलूस को लेकर हुए हंगामे में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अफसरों पर कार्यवाही होनी शुरू हो गई है । इस मार्च को लेकर दो ग्रुपो में झड़प हो गई थी , जिसमें चार लोग घायल हो गए थे । इस सबके बाद से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है । काली देवी मंदिर के पास हुई इस हिंसा में शिवसेना नेता हरीश सिंगला को हिरासत के बाद आज गिरफ्तार कर लिया गया है । वहीं सरकार ने पटियाला के आईजी राकेश अग्रवाल को हटा दिया गया है । इतना ही नहीं डिप्टी एसपी और एसएचओ को शिफ्ट कर दिया गया है । इस बीच मुखविंदर सिंह छीना को नया आईजी बनाया गया है। वहीं दीपक पारेक नए एसएसपी और वजीर सिंह नए एसपी होंगे। इतना ही नहीं पटिलाया में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अस्थायी तौर पर बंद की गई हैं ।
जानें आखिर क्या है मामला
बता दें कि पटिलाया में दो गुटों में झड़प काली माता मंदिर के बाहर उस समय हुआ , जब आर्य समाज चौक से "खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च" शुरू किया था । अधिकारियों ने बताया कि निहंगों सहित कुछ सिख कार्यकर्ता, जो शुरू में दुख निवारण साहिब गुरुद्वारे पर एकत्र हुए थे, मंदिर की ओर बढ़े, और उनमें से कुछ ने तलवारें लहराईं । उन्होंने बताया कि उनके जुलूस को भी अधिकारियों से अनुमति नहीं मिली थी। पुलिस ने बताया कि मंदिर के पास दोनों गुट आमने-सामने आ गए और एक दूसरे पर पथराव किया. अधिकारियों ने बताया कि मंदिर के दरवाजे बंद कर दिए गए और हिंसा को शहर में फैलने से रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात कर दिये गये ।
तीन घटनाओं पर एफआईआर दर्ज
पटियाला की डिप्टी कमिश्रर ने कहा, शांति बनाए रखी जानी चाहिए । स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है । मोबाइल इंटरनेट सर्विसेज को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया है, ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जाए । तीन घटनाओं में एफआईआर दर्ज की गई है । वीडियो फुटेज के आधार पर मिली जानकारी के जरिए सबूत जमा किए जा रहे हैं ।
गिरफ्तार सिंगना ने कहा...
इस पूरे मामले में गिरफ्तार किए गए शिवसेना नेता हरीश सिंगला ने कहा था कि संगठन ने मार्च का आयोजन 'सिख फॉर जस्टिस' की 29 अप्रैल को 'खालिस्तान के स्थापना दिवस' के तौर पर मनाने की घोषणा के जवाब में किया था । सिंगला ने कहा कि प्रतिबंधित गुट 'सिख फॉर जस्टिस' प्रमुख गुरपतवंत पन्नून ने 29 अप्रैल को खालिस्तान के स्थापना दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी ।