नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह दिल्ली में दो नए रक्षा कार्यालयों का उद्घाटन किया । इस दौरान उनके साथ केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी भी मौजूद थे । इन दोनों कार्योलयों को समय से पहले तैयार कर लिया गया है। यह कॉंप्लेक्स हाईटेक बनाया गया है , जिसमें मौजूदा समय की सभी सुविधाएं मौजूद हैं । इस कांप्लेक्स में तीनों सेनाओं के 14 दफ्तरों में चलने वाले करीब 27 विभागों का कामकाज होगा । इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमने अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही देश के वीर जवानों के लिए काम करना शुरु किया । पहले हमने वॉर मेमोरियल बनाया और अब देश की सेना से जुड़े अफसरों कर्मचारियों के लिए काम करने हेतु एक आधुनिक कार्यालय तैयार किया है । कार्यालयों के उद्घाटन अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह वक्त की जरूरत थी ।
इस कॉप्लेक्स का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा - आजादी के 75वें वर्ष में आज हम देश की राजधानी को देश की आशाओं और आकाक्षों के अनुसार , विकसित करने में एक अहम कदम उठा रहे हैं । यह नया डिफेंस कॉप्लेक्स हमारी सेना को ज्यादा प्रभावी बनाएगा । इन नई सुविधाओं के लिए डिफेंस से जुड़े साथियों को मैं बधाई देता हूं । उन्होंने कहा कि जो काम काम देश की आजादी के बाद ही हो जाना चाहिए था , वह आज हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि आज देश की संपदा की बर्बदी नहीं होगी । हमारे जो नए परिसर बनाए गए हैं वो लगभग लभग 13 एकड़ भूमि में बने हैं , जबकि पहले इन इमारत में बैठने वाले अफसर कर्मचारी 62 एकड़ भूमि में बने हटमैंट में काम कर रहे थे ।
उन्होंने कहा - आप सभी परिचित हैं कि अभी तक डिफेंस से जुड़ा हमारा कामकाज दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान बनाए गए हटमैंट से भी चल रहा था , जहां पहले घोड़ों को रखा जाता था वहां हमारे डिफेंस से जुड़े कर्मचारी काम कर रहे थे । हमारी तीनों सेनाओं के अफसर यहां बैठकर काम कर रहे थे । समय समय पर इन हटमैंट में मरम्मत होती रहती थी , लेकिन जब मैंने इसे देखा तो मेरे सामने विचार आया कि देश की रक्षा में लगे लोग किस हालत में काम करते हैं । मीडिया ने भी कभी इसके बारे में कुछ नहीं लिखा , किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया । इन हटमैंट में आने वाली परेशानियों को भी आप लोग भली भांति जानते हैं । जब 21 सदी की सैन्य ताकतों को हम आधुनिक बनाने में जुटे हैं , ऐसे में इस बिल्डिंग का निर्माण न होता तो यह गलत था ।
उन्होंने कहा कि इस स्थिति को बदला बहुत जरूरी था । उन्होंने कहा कि जो लोग बड़ी चतुराई से सेंट्रल विस्टा के प्रोजेक्ट पर हाथ में डंडा लेकर पड़े थे वह इस प्रोजेक्ट को लेकर चुप रहे । क्योंकि उन्हें पता था कि जब लोगों को मौजूदा स्थिति के बारे में पता चलेगा को उनकी प्रतिक्रिया क्या होगी ।
क्या खास है इस कॉप्लेक्स में ...
- इस कॉप्लेक्स में अब तीनों सेनाओं के प्रमुख बैठेंगे । साथ ही CDS भी अब इसी कॉप्लेक्स में बैठेंगे ।
- इस रक्षा कांप्लेक्स के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया है कि यहां 7000 कर्मचारी बैठ सकेंगे ।
- वहीं 1500 कारों की पार्किंग हो सकेगी ।
- यह कॉंप्लेक्स सोलर पैनल से जुड़ा हुआ है , इमारत की छत पर बड़ी संख्या में सोलर पैनल लगाए गए हैं ।
- इमारतें इको फ्रेंडली है ।
- ये इमारत आग जैसी आपदा में ज्यादा सुरक्षित रहेगी ।
- इस इमारत में वाटर हारवेस्टिंग की व्यवस्था की गई है ।
-कर्मचारियों के लिए एक शानदार कैफेटेरिया को भी बनाया गया है ।