अहमदाबाद । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) की 145वीं जयंती पर स्टेच्यू ऑफ यूनिटी (The Statue of Unity) पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पीएम मोदी ने पुलवामा आतंकी हमले का जिक्र करते हुए सीमा पर आतंक को बढ़ावा देने वालों को कड़ा संदेश दिया। वह बोले - सीमाओं पर भी भारत की नजर और नजरिया दोनों बदल गए हैं । हमारे जवान हमारी सीमा पर बुरी नजर रखने वालों को कड़ा सबक सिखा रहे हैं । पुलवामा हमले पर बोलते हुए उन्होंने कहा - उस वक्त मैं सारे आरोपों को झेलता रहा, भद्दी भद्दी बातें सुनता रहा । मेरे दिल पर गहरा घाव था , लेकिन पिछले दिनों पड़ोसी देश से जिस तरह से खबरें आई है, जो उन्होंने स्वीकार किया है, इससे इन दलों का चेहरा उजागर हो गया है ।
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि अपनी सम्प्रभुता और सम्मान की रक्षा के लिए भारत पूरी तरह तैयार है । जिस तरह कुछ देश आतंकवाद के समर्थन में खुल कर आ गए है। उन्होंने कहा - जब हमारे देश के जवान शहीद हुए थे उस वक्त भी कुछ लोग राजनीति में लगे हुए थे । ऐसे लोगों को देश भूल नहीं सकता है।
उन्होंने कहा - जिस प्रकार पाकिस्तान की संसद में सत्य स्वीकारा गया है, उसने इन लोगों के असली चेहरों को देश के सामने ला दिया है । अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए, ये लोग किस हद तक जा सकते हैं, पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति, इसका बड़ा उदाहरण है।
इस दौरान पीएम मोदी ने सरदार पटेल की दुहाई देते हुए राजनीतिक दलों से कहा कि मैं ऐसे राजनीतिक दलों से आग्रह करूंगा कि देश की सुरक्षा के हित में, हमारे सुरक्षाबलों के मनोबल के लिए, कृपा करके ऐसी राजनीति न करें, ऐसी चीजों से बचें । अपने स्वार्थ के लिए, जाने-अनजाने आप देश विरोधी ताकतों की हाथों में खेलकर, न आप देश का हित कर पाएंगे और न ही अपने दल का ।
पीएम ने कहा कि आज के माहौल में, दुनिया के सभी देशों को, सभी सरकारों को, सभी पंथों को, आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की बहुत ज्यादा जरूरत है। शांति-भाईचारा और परस्पर आदर का भाव ही मानवता की सच्ची पहचान है । आतंकवाद-हिंसा से कभी भी, किसी का कल्याण नहीं हो सकता है।